अमरावतीमहाराष्ट्र

घरफोडी व वाहन चोरी में बढा नाबालिगों का सहभाग

नाबालिग आरोपियों से निपटना पुलिस के लिए चुनौती

अमरावती/दि. 4 इन दिनों विविध अपराधिक वारदातों में नाबालिगों का सहभाग बढने लगा है. विशेष तौर पर चोरी, सेंधमारी, वाहन चोरी व मोबाइल चोरी जैसी वारदातो के साथ ही प्राणघातक हमले जैसे संगीन अपराधो में भी नाबालिग आरोपी शामिल दिखाई दे रहे है. बेहद कम उम्र में नाबालिगों द्वारा अपराध का रास्ता पकड लिए जाने के चलते इनसे निपटना पुलिस के लिए चुनौती के साथ ही काफी बडा सिरदर्द भी साबित हो रहा है.
बता दे कि, विगत एक-डेढ माह के दौरान अमरावती शहर में हत्या की दो वारदाते हुई. जिसमें शामिल आरोपियों में दो से अधिक आरोपी नाबालिग यानी अल्पवयीन पाए गए. वहीं रोजाना अल्पवयीन आरोपियों द्वारा शहर में किसी न किसी अपराधिक वारदात को अंजाम दिया जा रहा है. ऐसे में इन नाबालिग आरोपियों की वजह से शहर में कानून व व्यवस्था की स्थिती के लिए खतरा पैदा हो रहा है.

* अपराधों के लिए जानबुझकर नाबालिगों का प्रयोग
उल्लेखनीय है कि, 18 वर्ष से कम आयु रहनेवाले नाबालिग आरोपियों को विधि संघर्षित बालक माना जाता है और उनके साथ पुलिस द्वारा मारपीट नहीं की जा सकती. साथ ही उन्हें अन्य आरोपियों की तरह गिरफ्तार भी नहीं किया जा सकता. बल्कि ऐसे आरोपियों को पकडे जाने के बाद बाल न्याय मंडल के समक्ष पेश करना होता है. इस बात का फायदा उठाते हुए कई बार पेशेवर अपराधियों द्वारा विभिन्न अपराधिक वारदातों को अंजाम देने के लिए नाबालिगों का जानबुझकर प्रयोग किया जाता है.

* हत्या में सहभाग
शहर के केडियानगर व सातुर्णा परिसर में विगत दिनों आपसी गैंगवार के चलते हत्या की दो वारदाते हुई. जिसमें 4 से अधिक नाबालिगो का सहभाग पाया गया.

* घातक हथियारों का प्रयोग
शहर पुलिस ने हाल ही में कुछ नाबालिगों को चायना चाकू व देशी कट्टा जैसे घातक हथियार लेकर घूमते पकडा. इसका सीधा मतलब है कि, इन हथियारों तक नाबालिगों की पहुंच हो गई है.

* वाहन चोरी व मोबाइल चोरी
शहर के मुख्य चौराहों सहित रिहायसी इलाको से दुपहिया वाहन चुराए जाने की वारदातो में भी नाबालिगों का सहभाग पाया गया है. साथ ही मोबाइल चोरी के भी कई मामलो में नाबालिग आरोपी पकडे गए है.

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