चांदूर रेल्वे/प्रतिनिधि दि.२३ – तहसील अंतर्गत आनेवाले कलमगांव स्थित झोपडपट्टी में चमत्कारी गुणवंत बाबा प्रकट होने की जानकारी मिलते ही अनेक महिला भाविक व पुरुषों की भीड झोपडपट्टी परिसर में उमड रही है. 12 तक शिक्षित प्रसेनजीत वामनराव मेश्राम 18 वर्षीय युवक यह भारतीय सेना में भर्ती होना चाहता था किंतु अचानक वह गुणवंत महाराज बनकर प्रकट हुआ. जिसमें उसके दर्शन के लिए कलमगांव में भाविकों की कतारें लग रही है.
अपने आप को गुणवंत बाबा समझने वाले प्रसेनजीत को भारतीय सेना में भर्ती होने में असफलता प्राप्त हुई. प्रसेनजीत ने सेना में भर्ती होने हेतु सतत व्यायाम करना शुरु किया. जिसके चलते वह बीमार पड गया. रिश्तेदारों ने उसका उपचार करवाया उपचार के दौरान वह अचानक महाराज बन गया. जिसमें उसके रिश्तेदारों व घरवालों ने गुणवंत बाबा की मूर्ति की स्थापना की.
जब वह घर वापस आया उसके घर पर भाविकों की कतारें लगने लगी. पूरोगामी राज्य में जहां अंधश्रद्धा का कानून अस्तित्व में आया है वहां अभी भी बाबाओं के प्रकट होने का सिलसिला जारी है. यह सब शिक्षित लोग खुली निगाहों से देख रहे है कोरोना काल में गांव में भीड बढ रही है. अब प्रशासन तथा अंधश्रद्धा निमूर्लन समिति क्या कदम उठाती है सभी की निगाहे इस ओर लगी है.
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चमत्कार के नाम पर सर्वसाधारण जनता की लूट
अंधश्रद्धा निमूर्लन समिति अमरावती के पास कलमगांव के नागरिकों व्दारा भोंदू बाबा की शिकायत प्राप्त हुई है. उक्त बाबा व्दारा गांव की भोली-भाली जनता को रोग निवारण के लिए नींबू, धागा, भभूती दिया जा रहा है और चमत्कार के नाम पर उन्हें लूटा जा रहा है. यह ड्रग्ज एडं मैजिक रेमैडिज मेडिकल प्रैक्टिशनल एक्ट अनुसार अपराध है. इस पर कोरोना की पार्श्वभूमि पर लगाए गए प्रतिबंध के अनुसार पुलिस प्रशासन तत्काल दखल लेकर आवश्यक कार्रवाई करे.
– हरिश केदार,
जिला सचिव अंधश्रद्धा निमूर्लन अमरावती