अमरावती/दि.1-मार्च एन्ड की तरह मनपा में जून एन्ड को विविध विभाग प्रमुखों ने कार्यालय तथा शासकीय निवासस्थान पहुंचकर अनेक लंबित फाइलों का निपटारा किया. मनपा आयुक्त तथा प्रशासक डॉ. प्रवीण आष्टीकर की 30 जून को प्रशासकीय सेवा समाप्त हुई है. शुक्रवार को सुबह के सत्र में उन्होंने कार्यालय पहुंचकर कई महत्वपूर्ण दस्तावेजें पर हस्ताक्षर किए. मार्च एन्ड की तरह जून एन्ड को भी मनपा प्रशासन व्यस्त दिखाई दिया.
बहुचर्चित जोननिहाय सफाई ठेके का न्यायालयीन फैसला आने के बाद गुरुवार को मनपा आयुक्त की उपस्थिति में इस पर अंतिम फैसला लिया गया. साथही नए किए गए सर्वेक्षण के बाद करनिर्धारण की गई संपत्तिसंबंध में भी महत्वपूर्ण चर्चा हुई. आयुक्त डॉ.आष्टीकर के सकारात्मक और निरंतर प्रयासों के कारण 2003 से अटकी संपत्ति सर्वेक्षण व करनिर्धारण प्रक्रिया पूरी हुई. वह अब प्रकाशित होने की प्रक्रिया में है. इसके अलावा एडीटीपी, लोकनिर्माण, शिक्षा, स्वास्थ्य, बाजार परवाना इन विभागों से संबंधित अधिकारी भी शुक्रवार 30 जून को लंंबित काम और फाइलें निकालते दिखाई दिए. सहायक अभियंता स्वप्नील जसवंते को मुख्य अग्निशमन अधिकारी के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई थी. करीब 9 महीने तक फायर में कामकाज करने के बाद जसवंते को 30 जून के आदेश से उनके पदभार से मुक्त किया गया है. वह अब कार्यशाला विभाग में सहायक अभियंता की जिम्मेदारी संभालेंगे. चालक सुनील मसराम को चालक पद से कनिष्ठ लिपिक बनाया गया. उन्हें लोकनिर्माण विभाग में जिम्मेदारी दी गई है, यह जानकारी है.
* इच्छुकों के सपनों पर फिरा पानी
मनपा में सात से आठ अधिकारी-कर्मचारियों ने अपने जम्पिंग प्रमोशन के लिए बडी फिल्डिंग लगाई थी. वैसी फाइलें भी आई थी. प्रशासन द्वारा उन प्रस्तावों की जांच की गई. लेकिन मनपा अधिनियम के 3 2 नुसार नियुक्तियां संभव नहीं होने की प्रतिक्रिया यंत्रणा के प्रमुख अधिकारियों ने दर्ज करने से प्रमोशन के ऑर्डर नहीं निकले. जिसके कारण जून माह के एन्डिंग में पदोन्नती के इच्छुकों के सपनों पर पानी फिर गया.