* आज सुबह मोर्शी रोड आईटीआई कॉलेज के पास से घर की ओर लौट रही थी
अमरावती/ दि.13– मंदा प्रल्हादराव कालमेघ (53) अपने घर से गुस्से में निकल गई थी. परिवार के सदस्यों ने सभी ओर जमकर खोज की, परंतु कही पता नहीं चला. सौभाग्य से आज सुबह मंदा कालमेघ मोर्शी रोड आईटीआई कॉलेज के पास से बैग लेकर घर की ओर लौट रही थी. उस समय अपनी बडी बहन की खोज में निकली छाया कालमेघ को सुबह 7 बजे दिखाई दी. तब अपनी बहन को छाया कालमेघ सकुशल घर लेकर लौटी.
मिली जानकारी के अनुसार मंदा कालमेघ को सुनाई नहीं देता है वह बोल भी नहीं पाती. कोरोना की तिसरी लहर के कारण वे अपने बच्चों से नहीं मिल पा रही थी. इसलिए गुस्से में बैग भरकर वे घर से निकल गई. रातभर गजानन महाराज के मंदिर में भरी ठंड में ठिठुरते बैठी रही. इस दौरान परिवार के सदस्यों ने पहले आस पडोस में होने की बात समझी. परंतु काफी देर बीत जाने के बाद भी मंदा कालमेघ घर नहीं लौटी तो परिवार के सदस्यों ने उसकी जमकर खोज की. मगर कई पता नहीं चला. इसके बाद लापता हो जाने की शिकायत पुलिस थाने में दी गई. रातभर खोज करने के बाद छाया कालमेघ अपनी बडी बहन को खोजने के लिए सुबह से निकल गई. इस दौरान सुबह 7 बजे उन्हें अपनी बडी बहन मोर्शी रोड स्थित आईटीआई कॉलेज के पास से अपनी बैग लेकर वापस घर लौटते हुए दिखाई दी. तब छाया कालमेघ ने अपनी बहन को सकुशल घर पहुंचाया.