अमरावती

मिशन 28’ मेलघाट पैटर्न राज्य के आदिवासी जिलों में होगा लागू

मेलघाट-दि.24 मेलघाट में बाल और माता मृत्यु दर में कमी लाने के लिए जनवरी में शुरु किए गए ‘मिशन 28’ के सकारात्मक परिणाम मिले हैं. जिससे राज्य के अन्य 9 आदिवासी जिलों में ‘मिशन 28’ शुरु किया जाएगा. इसकी रुपरेखा बनाई जा रही है. इसे शीघ्र लागू किया जा सकता है.
मेलघाट की धारणी व चिखलदरा तहसीलों में बाल और माता मृत्यु दर में कमी लाने के लिए जिला परिषद के सीईओ अविश्यांत पंडा के मार्गदर्शन में जिला स्वास्थ्य अधिकारी के नेतृत्व में ‘मिशन 28’ शुरु किया गया था. विभाग का दावा है कि इससे बच्चों व मां की मृत्यु में कमी आई है, वहीं घर में प्रसूति का प्रमाण काफी कम हुआ है.
मेलघाट में बाल व माता मृत्यु दर में कमीलाने के लिए जनवरी में मिशन शुरु किया गया था. राज्य के अन्य 9 आदिवासी जिलों में लागू करने के लिए रुपरेखा बनाई जा रही है.
* क्या है ‘मिशन 28’ ः महिला की प्रसूति के 28 दिन पहले और प्रसूति के 28 दिन बाद तक महिला और शिशु के स्वास्थ्य पर नजर रखी जाती है.महिला और उसके परिजनों को अस्पताल में ही प्रसूति करवाने के लिए प्रोत्साहन दिया जाता है. साथ ही दोनों को पोषक आहार देने के संदर्भ में भी मार्गदर्शन किया जाता है.

मेलघाट में ‘मिशन 28’ शुरु किया गया था. इसके सकारात्मक परिणाम मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से राज्य के नंदुरबार, पालघर, गढ़चिरोली सहित अन्य आदिवासी 9 जिलों में ‘मिशन 28’ उपक्रम लागू करने की दिशा में पहल की जा रही है. विगत आठ महीने में मेलघाट के अस्पतालों में प्रसूति का प्रमाण बढ़ा है. जबकि घर में प्रसूति के प्रमाण में कमी आई है.
– डॉ. दिलीप रणमले, डीएचओ, अमरावती

ेमेलघाट में आठ माह में घड़ में प्रसूति के आंकड़े
स्वास्थ्य केंद्र 2021 2022
कमलखार 79 16
हरिसाल 39 28
बैरागढ़ 73 30
बिजूधावडी 79 23
साद्रावाडी 94 36
धूलघाट 33 16
सलोना 70 37
सेमाडोह 47 28
काटकुंभ 138 13
टेंब्रुसोडा 30 20
हतरु 50 19
कुल 732 266

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