मिशन मोड पर चलाया जाये ‘मिशन वात्सल्य’
महिला व बालविकास मंत्री यशोमति ठाकुर ने दिया निर्देश
अमरावती/दि.26- कोविड की महामारी के चलते अनाथ हुए बच्चों तथा विधवा हुई महिलाओं के लिए सरकार द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चलायी जा रही है और इन योजनाओं का लाभ दिलाने हेतु ‘सरकार आपके द्वार’ की संकल्पना पर आधारित ‘मिशन वात्सल्य’ अभियान शुरू किया गया है. जिसे समूचे राज्य में मिशन मोड पर चलाया जाना चाहिए. इस आशय का निर्देश राज्य की महिला व बालविकास मंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा दिया गया है.
मिशन वात्सल्य अभियान को लेकर आज महिला व बालविकास मंत्री यशोमति ठाकुर की अध्यक्षता में एक बैठक मंत्रालय में हुई. जिसमें महिला व बालविकास विभाग की प्रधान सचिव आय. ए. कूंदन, महिला व बालविकास विभाग के आयुक्त राहुल मोरे, एकात्मिक बालविकास आयुक्त रूबल अग्रवाल तथा सभी संभागीय राजस्व आयुक्त उपस्थित थे. इस अवसर पर मंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, इस अभियान के तहत वात्सल्य समिती द्वारा सामाजिक व आर्थिक सर्वेक्षण में सरकारी योजनाओं की जानकारी संंकलित करनेवाला प्रारूप विकसित कर सभी तहसीलों में विधवा महिलाओं का सर्वेक्षण किया जाये. इन महिलाओं व उनके परिवारों से प्रत्यक्ष मुलाकात किये बिना उनकी समस्याओं और मसलों को समझा नहीं जा सकता. ऐसे में प्रत्येक तहसील की वात्सल्य समिती सदस्यों द्वारा तहसील की स्वयंसेवी संस्थाओं की सहायता से गुट तैयार करते हुए हर घर को भेंट दी जानी चाहिए. साथ ही मिशन वात्सल्य को लेकर प्रतिमाह विभागीय स्तर पर एक बार व जिलास्तर पर दो बार तथा तहसील स्तर पर चार बार बैठक ली जानी चाहिए और इन बैठकों की समीक्षात्मक रिपोर्ट महिला व बालविकास आयुक्त को भेजी जानी चाहिए. इस मिशन को क्रियान्वित करने हेतु राज्य की सभी तहसीलों में तहसील स्तरीय समन्वय समिती गठित की गई है. साथ ही सभी जिलों ने मिशन वात्सल्य के जरिये दी जानेवाली योजनाओं की सूचना पुस्तिका तैयार करते हुए उसे संबंधित महिलाओं तक पहुंचानी चाहिए, ताकि उन्हें सरकार द्वारा चलायी जानेवाली योजनाओं की जानकारी मिल सके.