बजट में किए गए प्रावधानों को लेकर मिलाजुला समाधान
राजनेताओं ने व्यक्त की अपनी प्रतिक्रियाएं
* कहा-घोषणा केवल घोषणा है, हकीकत में उतरने कई साल बीत जाएंगे
अमरावती/दि.28-राज्य सरकार ने अंतरिम बजट पेश किया है. जिसमें किसानों के लिए प्रावधान, जिला निहाय एक लाख महिलाओं को रोजगार, सौर उर्जा प्रकल्प को गति, जैसी कई घोषणाएं की है. अंतरिम बजट में किए गए प्रावधानों को लेकर मिलाजुला समाधान व्यक्त किया जा रहा है. जिले के राजनेताओं ने इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त करते हुए कहा कि, की घोषणा यह केवल घोषणा है. इसे प्रत्यक्ष में उतरने कई साल बीत जाएंगे. बजट में हमेशा की तरह विदर्भ पर इस बार भी अन्याय किया गया है.
* सरकारी मेडिकल कॉलेज बडी उपलब्धि
बजट में शिक्षा और रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने वाली नई योजनाओं का समावेश है. किसान, गरीब और आम नागरिकों के जीवन में महत्वपूर्ण बदल करने वाला बजट है. विशेषत: बेलोरा हवाईअड्डे से नाइट लैंडिंग, रिद्धपुर में मराठी विद्यापीठ, सरकारी मेडिकल कॉलेज यह सबसे बडी उपलब्धि है.
-प्रवीण पोटे पाटिल, विधायक
* अंतरिम नहीं ‘अंतिम’ बजट
आर्थिक गैर जिम्मेदारी, गैर नियोजन राज्य सरकार ने किया है. लोकसभा चुनाव से पूर्व रखा अंतरिम बजट लोगों को विश्वासघात करनेवाला अंतरिम नहीं, बल्कि अंतिम बजट है. बजट में किए गए गैर नियोजन को देखकर प्रतित होता है कि, यह सरकार एक दिन पूरे राज्य को बेच देगी.
-एड.यशोमति ठाकुर, विधायक
* किसानों के लिए एक भी रन नहीं
राज्य सरकार ने बजट में तीर्थस्थल, जाति के मंडल पर सिक्सर मारा, किंतु किसानों के लिए एकभी रन नहीं निकाला. दिव्यांगों के लिए कम सहायता घोषित की. 20 लाख कर्मचारियों के लिए ढाई से तीन लाख करोड, वहीं पांच करोड किसानों के लिए केवल 20 से 30 हजार करोड का प्रावधान किया जाता है.
-बच्चू कडू, विधायक
* विकास के नए रास्ते खुलेंगे
पेश किया गया बजट समाज के अंतिम तबके को न्याय दिलाने वाले बजट है. वडद में सरकारी मेडिकल कॉलेज, रिद्धपुर में मराठी भाषा विद्यापीठ, बेलोरा हवाईअड्डे के लिए भरपूर निधि, शकुंतला एक्सप्रेस शुरु करने के लिए प्रयास किए जा रहे है. आम जनता को न्याय दिलाने वाला यह बजट है. नाईट लैंडिंग से विकास के रास्ते खुलेंगे.
-रवि राणा, विधायक
* समाज के सभी समूह को न्याय दिया
बेहद अच्छा बजट है. कई वर्षों का बैकलॉग को ध्यान लिया गया है. महिला सशक्तिकरण, बुनियादी सुविधा, सभी समाज के समूह को न्याय दिया गया है. खासतौर पर मातंग समाज के लिए नया महामंडल स्थापित होने से इस समाज का निश्चित विकास होगा.
-प्रताप अडसड, विधायक
* केवल घोषणापत्र
राज्य बजट यानी केवल घोषणापत्र है. विविध समाज के लिए महामंडल की घोषणा, योजना की प्रसिद्धी है. ना निधि और ना ही क्रियान्वयन, केवल राजनीतिक विज्ञापनों पर ध्यान दिया जा रहा है. समाज से कुछ लेना देना नहीं.चमकोगिरी का फंडा इस्तेमाल किया जा रहा है. यह बजट असफल बजट है.
-बलवंत वानखडे, विधायक
* विशेष पैकेज की जरूरत
राज्य के आदिवासी क्षेत्र के लिए बजटीय प्रावधान होने पर भी प्रत्यक्ष योजना में कितनी मदद मिलती है, इसका संशोधन होना चाहिए. विशेष पैकेज की जरूरत है. रोजगार स्थलांतरण, बुनियादी सुविधाओं पर ज्यादा से ज्यादा निधि की जरूरत है. केवल समाधानकारक बजट ऐसा कहा जा सकता है.
-राजकुमार पटेल, विधायक
* जनता को गुमराह करने वाली घोषणाएं
राज्य सरकार ने पेश किए बजट पर नजर डालें तो यह केवल घोषणाओं का बाजार है. चुनाव को मद्देनजर रखते हुए सरकार ने किसान, आंगनवाडी सेविका, बेरोजगार जैसे मुद्दों को उठाकर बडी घोषणा की अपेक्षा थी, लेकिन इस मामले में भी वे फेल हुए है. शिंदे-फडणवीस-अजीत पवार के इस त्रिकुट की सरकार सभी आघाडी पर असफल साबित हुई है. मुख्य धारा को नजरअंदाज कर सरकार ने जो घोषणाएं की है, वह केवल जनता को गुमराह करने वाली है.
-सुनील खराटे, जिला प्रमुख,
शिवसेना (उबाठा)
* जनता को कोई अपेक्षा न करें
आगामी चुनाव को देखते हुए अंतरिम बजट तैयार किया गया है. यह केवल घोषणाओं का बाजार है. मेलघाट में मजदूरों को रोजगार दे रहे है, लेकिन उन्हें मजदूरी देने के लिए सरकार के पास पैसे नहीं है. वहीं दूसरी ओर सरकार हजारों, करोंडों की घोषणाएं कर जनता को गुमराह कर रही है. बातें बडी-बडी लेकिन हाथ खाली जैसी स्थिति नजर आने से अब जनता ने भी राज्य सरकार से किसी भी प्रकार की अपेक्षा नहीं करनी चाहिए.
-सुनील देशमुख, पूर्व मंत्री,
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
*जरूरतमंदों के विकास पर ध्यान नहीं
अंतरिम बजट में गरीब, श्रमिक, किसान, खेतिहर मजदूर, पिछडा वर्गीय, आदिवासी, व अल्पसंख्यक समूह के विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया है. अयोध्या में महाराष्ट्र भवन का निर्माण करेंगे, लेकिन राज्य में छत्रपति शिवाजी महाराज व इंदू मिल स्थित महामानव डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर के स्मारक का कोई विचार नहीं हुआ. हर बजट में बेलोरा हवाईअड्डे का उल्लेख होता है, प्रत्यक्ष में काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया.
-किशोर बोरकर, प्रदेश महासचिव,
कांग्रेस कमेटी
* विकासात्मक व समाधानकारक बजट
बजट में बेलोरा विमानतल के लिए निधि का प्रावधान किया गया है. वहीं विदर्भ के सिंचाई प्रकल्प के लिए करोडों रुपए के फंड का प्रावधान किया है. उद्योग बढाने हेतु अण्णासाहब व ओबीसी आर्थिक विकास मंडल का प्रावधान बनाने की जरूरत है. छात्राओं की शिक्षा के लिए 1 लाख रुपए का प्रावधान, तथा कौशल विकास केंद्र, संभाजीनगर, शेगांव, लोणार के पर्यटन के लिए अपेक्षित निधि का प्रावधान किए जाने से यह बजट विकासात्मक व समाधानकारक है.
-अविनाश कोठाले, अध्यक्ष,
जिजाउ बैंक
* सिर्फ आश्वासनों का पीटारा
सालों से बजट पेश करने की आदत होने के बावजूद लोककल्याण का बजट पेश नहीं किया गया. सिर्फ आश्वासनों का पीटारा बजट के रूप में जनता को दिखाया गया. किसान, बेरोजगार, महिलाएं और आम जनता के लिए बजट में कुछ भी नहीं है. यह पराजित बजट है.
-दिलीप एडतकर, प्रदेश प्रवक्ता,
कांग्रेस