विधायक बच्चू कडू रहे जिजाउ बैंक के चुनाव में पर्दे के पीछे वाले कलाकार
अचलपुर व चांदूर बाजार से खुला था जिजाउ सहकार पैनल की जीत का रास्ता
* सर्वाधिक मतदान के साथ ही सहकार के प्रत्याशियों के पक्ष में हुई एकतरफा वोटींग
* चुनाव में पराजित विनोद कोरडे को स्वीकृत सदस्य बनाये जाने का मिल रहा संकेत
अमरावती /दि.2– विगत 31 दिसंबर को जिजाउ कमर्शियल को-ऑप बैंक के 15 सदस्यीय संचालक मंडल हेतु चुनाव करवाया गया था. जिसकी गत रोज मतगणना पूरी करते हुए चुनावी नतीजे घोषित किये गये. जिसमें बैंक के संस्थापक अध्यक्ष इंजि. अविनाश कोठाले व संस्थापक उपाध्यक्ष इंजि. राजेंद्र जाधव के नेतृत्व वाले जिजाउ सहकार पैनल के 10 प्रत्याशी निर्वाचित हुये. वहीं प्रतिस्पर्धी परिवर्तन पैनल को 5 सीटों पर जीत मिली. इसके साथ ही जिजाउ बैंक में विगत 6 माह से चल रहे चुनावी घमासान का पटापेक्ष हो गया. परंतु अब हाथ में जो नतीजे आये हुये है, उनका सहकार एवं राजनीतिक क्षेत्र में आकलन व अध्ययन करना शुरु हो चुका है. जिसके मुताबिक जिजाउ बैंक के चुनाव में दोनों पैनलों के बीच मुकाबला लगभग बराबरी वाला था और कांटे की टक्कर में अधिकांश सीटों पर हार व जीत का अंतर सौ-पचास वोटों से भी कम वोटों वाला रहा. ऐसे में अब इस बात की ओर ध्यान दिया जा रहा है कि, आखिर जिजाउ सहकार पैनल की जीत का रास्ता कहा से खुला और इस जीत के पीछे मुख्य तौर पर किसकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही.
यहां यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि, इस चुनाव के लिए अचलपुर, परतवाडा व चांदूर बाजार क्षेत्र में पूर्व राज्यमंत्री व विधायक बच्चू कडू ने सहकार पैनल की चुनावी रथयात्रा को विजय की राह पर आगे बढाया. जिजाउ बैंक के चुनाव में वैसे तो औसतन 69 फीसद ही मतदान हुआ, लेकिन इस बात की अनदेखी नहीं की जा सकती है कि, 338 मतदाता संख्या रहने वाले चांदूर बाजार में ही सर्वाधिक 302 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. वहीं 321 मतदाता संख्या वाले अचलपुर में भी 247 वोट पडे. इन दोनों तहसीलों में कुल 659 में से 549 मतदाताओं द्वारा वोट डाले गये. साथ ही करीब 95 फीसद वोट जिजाउ सहकार पैनल के पक्ष में पडे और यहीं से बाजी भी पलट गई. जिसके चलते सहकार पैनल का शुरुआत से समर्थन कर रहे विधायक बच्चू कडू को इस जीत के लिए पर्दे के पीछे का कलाकार माना जा रहा है. साथ ही यह भी स्पष्ट हो गया है कि, जिला बैंक की सत्ता हासिल करने के साथ ही विधायक बच्चू कडू ने अपने आपको राजनीति के साथ-साथ सहकार क्षेत्र में भी अच्छी तरह से स्थापित कर लिया है.
विशेष उल्लेखनीय है कि, गत रोज चुनावी नतीजे घोषित होने के तुरंत बाद अपने विजयी भाषण में जिजाउ सहकार पैनल के प्रणेता अविनाश कोठाले ने भी साफ तौर पर कहा था कि, प्रहार जनशक्ति पार्टी की वजह से ही जिजाउ सहकार पैनल को जिजाउ कमर्शियल को-ऑप के चुनाव में शानदार जीत मिली है. साथ ही उन्होंने जिजाउ सहकार पैनल की जीत में विधायक बच्चू कडू व प्रहार पार्टी के पदाधिकारियों सहित अपने सहयोगी विनोद कोरडे का सबसे बडा हिस्सा बताते हुए यह भी स्पष्ट किया था कि, चांदूर बाजार में पैनल को सर्वाधिक वोट दिलाने वाले विनोद कोरडे वोटों के थोडे से अंतर की वजह से भले ही चुनाव हार गये. लेकिन बहुत जल्द विनोद कोरडे के गले में संचालक पद की माला होगी. जिससे यह कयास लगाया जा रहा है कि, संभवत: अविनाश कोठाले द्वारा विनोद कोरडे को स्वीकृत सदस्य के तौर पर बैंक के संचालक मंडल में लिया जा सकता है.
बता दें कि, जिजाउ कमर्शियल को-ऑप बैंक के अमरावती सहित चांदूर बाजार, अचलपुर व दर्यापुर तहसील क्षेत्र में भी अच्छे खासे मतदाता है. जिनमें चांदूर बाजार के 338, अचलपुर के 321 व दर्यापुर के 274 मतदाताओं का समावेश है. इनमें से चांदूर बाजार के 302, अचलपुर के 247 व दर्यापुर के 274 मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया था. इस पूरे क्षेत्र में विधायक बच्चू कडू का अच्छा खासा प्रभाव है और खुद विधायक बच्चू कडू ने अविनाश कोठाले के नेतृत्व वाले जिजाउ सहकार पैनल का खुले तौर पर समर्थन कर रखा था. जिसके चलते इस क्षेत्र के मतदाताओं ने जिजाउ सहकार पैनल के पक्ष में एक तरफा वोटींग की. जिसकी वजह से इंजि. अविनाश कोठाले व इंजि. राजेंद्र जाधव के नेतृत्ववाले जिजाउ सहकार पैनल के लिए जीत का रास्ता इसी क्षेत्र से खुल गया.