* आसाम पुलिस की कार्रवाई का किया निषेध
अमरावती/दि.26– गुजरात के कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवानी को आसाम पुलिस द्वारा हिरासत में लिये जाने का निषेध करते हुए शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा आज जिलाधीश पवनीत कौर को एक निवेदन सौंपा गया. जिसमें विधायक जिग्नेश मेवानी की जल्द से जल्द रिहाई की मांग की गई.
कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत की अध्यक्षता में सौंपे गये इस ज्ञापन में कहा गया कि, तीन दिन पूर्व गुजरात के पालनपुर सर्कीट हाउस से वडगाम के कांगे्रस विधायक जिग्नेश मेवानी को असम पुलिस द्वारा रात 11.30 बजे गैरकानूनी ढंग से हिरासत में लिया गया और उन्हें आसाम ले जाकर विभिन्न धाराओं के तहत नामजद करते हुए पुलिस हिरासत में रखा गया है. पता चला है कि, प्रधानमंत्री के नाम पर एक ट्विट किये जाने के चलते विधायक मेवानी के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है, जो पूरी तरह से गलत है, क्योंकि एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि द्वारा देश के प्रधानमंत्री के नाम पर कुछ अपेक्षा व्यक्त करते हुए ट्विट करना कोई अपराध नहीं है. साथ ही लोकतंत्र व संविधान में सभी को अभिव्यक्ति की आजादी दी है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्ववाली केंद्र सरकार द्वारा सभी नियमों व कानूनों को धता बताते हुए मनमाना काम किया जा रहा है और अपने खिलाफ उठनेवाली हर आवाज को दबाया जा रहा है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों के पूरी तरह खिलाफ है.
यह ज्ञापन सौंपते समय पूर्व महापौर विलास इंगोले व मिलींद चिमोटे, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दिलीप एडतकर, प्रदेश महासचिव किशोर बोरकर, प्रदेश उपाध्यक्ष भैय्या पवार, महिला शहराध्यक्ष प्रा. डॉ. अंजली ठाकरे, अनुसूचित सेल के जिलाध्यक्ष प्रवीण मनोहर, युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष निलेश गुहे, एनएसयुआय जिलाध्यक्ष संकेत कुलट सहित अशोक रेवसकर, योगिता गिरासे, अनिल देशमुख, जयश्री वानखडे, शोभा शिंदे, राजू भेले, गजानन राजगुरे, अंजली उघडे, किशोर रायबोले, सादिक शाह, देवयानी कुर्वे, अतुल कालबेंडे, सुरेश रतावा, कंचनमाला गावंडे, मैथिली पाटील, आशा अघम, भास्कर रिठे, सविता धांडे, वंदना थोरात, विनोद सुरोसे, अमोल इंगले, सचिन निकम समेत अनेकों पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.