4 दिन से मुंबई में ही डटे हुए है विधायक पटेल
शिंदे गुट से एबी फॉर्म लेकर ही वापिस लौटने की तैयारी
* प्रहार पार्टी पहले ही छोड चुके, अब तक शिंदे गुट वाली शिवसेना में नहीं हुआ अधिकृत प्रवेश
अमरावती /दि.22- आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र से विधायक रहने वाले राजकुमार पटेल ने बीते दिनों ही प्रहार जनशक्ति पार्टी छोडने की घोषणा की थी. जिसके बाद उनका सीएम शिंदे की उपस्थिति के बीच धारणी में आयोजित विशालकाय जनसभा दौरान शिंदे गुट वाली शिवसेना में प्रवेश होना था. परंतु देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का निधन हो जाने के चलते ऐन समय पर सीएम शिंदे का धारणी दौरा रद्द हो गया था. जिसकी वजह से विधायक पटेल का अब तक शिंदे गुट वाली शिवसेना में अधिकृत प्रवेश नहीं हुआ है. ऐसे में धारणी से अपनी टिकट व दावेदारी को पक्का करवाने के लिए विधायक राजकुमार पटेल विगत 4 दिनों से मुंबई में ही ठिया जमाये बैठे है और उन्होंने यह ठाण लिया है कि, वे अपने नाम पर शिंदे गुट वाली शिवसेना का एबी फार्म लेकर ही मुंबई से धारणी वापिस लौटेंगे.
बता दें कि, आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र की राजनीति पर अपनी मजबूत पकड रखने वाले विधायक राजकुमार पटेल इससे पहले दो बार भाजपा की टिकट पर मेलघाट क्षेत्र के विधायक निर्वाचित हुए थे. वहीं वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने प्रहार जनशक्ति पार्टी में प्रवेश करते हुए प्रहार प्रत्याशी के तौर पर विधायक बनने में सफलता प्राप्त की थी. प्रहार पार्टी में भी विधायक राजकुमार पटेल का अच्छा खासा राजनीतिक कद व वजन था. जिसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि, विधायक राजकुमार पटेल के नेतृत्व में ही प्रहार पार्टी ने लोकसभा चुनाव हेतु अपना संसदीय प्रत्याशी खडा किया था और चुनाव प्रचार की पूरी कमान विधायक राजकुमार पटेल ने ही संभाली थी. लेकिन विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आते-आते प्रहार पार्टी के मुखिया विधायक बच्चू कडू ने महायुति से अलग होकर राज्य में तीसरी आघाडी बनाने की घोषणा कर दी. ऐसे में विधायक राजकुमार पटेल को अपने लिए खतराम महसूस होने लगा. क्योंकि लोकसभा चुनाव में महायुति की ओर से प्रत्याशी रहने वाली नवनीत राणा को मेलघाट क्षेत्र में अच्छी खासी लीड मिली थी. ऐसे में विधायक राजकुमार पटेल ने प्रहार पार्टी से अलग होकर महायुति के साथ ही बने रहने का निर्णय लिया. साथ ही महायुति के तहत शिंदे गुट वाली शिवसेना के साथ जुडने का फैसला किया. जिनका शिंदे गुट के नेता व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी पार्टी में स्वागत किया. जिसके उपरान्त यह तय किया गया है कि, 10 अक्तूबर को सीएम शिंदे के हाथों मेलघाट निर्वाचन क्षेत्र में कई विकास कामों का लोकार्पण व भूमिपूजन होगा और उसी दिन विधायक राजकुमार पटेल का शिंदे गुट वाली शिवसेना में प्रवेश कराया जाएगा. इसके साथ ही जहां एक ओर विधायक राजकुमार पटेल ने प्रहार पार्टी छोड देने की घोषणा की. वहीं दूसरी ओर अब तक उनके साथी रहे प्रहार पार्टी के मुखिया विधायक बच्चू कडू ने मेलघाट निर्वाचन क्षेत्र से तीसरी आघाडी के जरिए राजकुमार पटेल के खिलाफ तगडा उम्मीदवार देने की घोषणा भी कर डाली. लेकिन ऐन समय पर सीएम शिंदे का मेलघाट दौरा रद्द हो गया और इसके तुरंत बाद आचार संहिता भी लागू हो गई. जिसकी वजह से विधायक राजकुमार पटेल का शिंदे गुट वाली शिवसेना में अधिकृत प्रवेश होना बाकी रह गया. हालांकि इस बीच राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने मेलघाट आकर 707 करोड रुपयों के कामों का लोकार्पण व भूमिपूजन किया था, लेकिन सीएम शिंदे के हाथों की पार्टी प्रवेश की जिद पर अडे रहने वाले विधायक राजकुमार पटेल ने उद्योग मंत्री सामंत के हाथों शिंदे गुट वाली शिवसेना में प्रवेश नहीं किया था.
ऐसे में अब विधानसभा चुनाव की धामधूम शुरु हो जाने के चलते विधायक राजकुमार पटेल मेलघाट क्षेत्र से अपनी दावेदारी व टिकट पक्की करने के लिए इस समय मुंबई में विगत 4 दिनों से ठिया जमाये बैठे है और उन्होंने यह ठान लिया है कि, वे मुंबई से अपने नाम का एबी फार्म लेकर ही अमरावती व धारणी वापिस लौटेंगे.
* आज शाम तक जारी होगी पहली सूची, नाम पक्का
इस संदर्भ में जानकारी व प्रतिक्रिया हेतु फोन के जरिए संपर्क किये जाने पर फिलहाल मुंबई में ठिया जमाये बैठे विधायक राजकुमार पटेल ने कहा कि, इस समय सीएम एकनाथ शिंदे एनडीए के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करने हेतु दिल्ली गये हुए है. जो आज दोपहर तक वापिस लौट आएंगे. जिसके उपरान्त आज शाम तक शिंदे गुट वाली शिवसेना के प्रत्याशियों के नामों की पहली सूची जारी हो जाएगी और इस पहली सूची में धारणी निर्वाचन क्षेत्र से उनका नाम भी शामिल रहेगा. यह बात पूरी तरह से पक्की है. इस सूची के जारी हो जाने के बाद वे पार्टी से अपने नाम पर एबी फार्म लेंगे और मुंबई से अपने गृहक्षेत्र वापिस लौटेेंगे. इसके बाद वे अपने समर्थकों के साथ धारणी के उपविभागीय अधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल करेंगे और शिंदे गुट वाली शिवसेना प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा चुनाव लडेंगे.