अमरावती

विधायक राजकुमार पटेल ने की राज्यपाल कोश्यारी से मुलाकात

मेलघाट की विविध समस्याओं से करवाया अवगत

मेलघाट/दि.12 – मेलघाट के विधायक राजकुमार पटेल ने राज्य के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से मुलाकात कर उन्हें मेलघाट की विविध समस्याओं से अवगत करवाकर चर्चा की. राज्यपाल कोश्यारी से विधायक राजकुमार पटेल ने लगभग 45 मिनट तक चर्चा की, विधायक राजकुमार पटेल ने राज्यपाल कोश्यारी को बताया कि मेलघाट के 24 ऐसे गांव है जहां पर आजादी के इतने दशक बीत जाने के पश्चात भी इन गांवों में बिजली नहीं पहुंच पायी. जिसमें राज्यपाल कोश्यारी ने विधायक राजकुमार पटेल द्वारा बतायी गई बिजली की समस्या को लेकर विधायक पटेल को आश्वासन देते हुए कहा कि जल्द ही वे मेलघाट की बिजली समस्या के संदर्भ में राष्ट्रपति से चर्चा करेंगे.
राज्यपाल कोश्यारी ने मेलघाट की बिजली की समस्या के संदर्भ में संबंधित अधिकारियों से भी स्थिति की जानकारी व रुकावटो का संज्ञान लेने की बात कही. बुधवार को मेलघाट के विधायक राजकुमार पटेल मेलघाट की विविध समस्याओं को लेकर राज्यपाल कोश्यारी से मिले. राज्यपाल कोश्यारी ने भी उन्हें सकारात्मक प्रतिसाद देते हुए उनकी बात को गंभीरता से सुना और समस्यओं पर सहमती भी जताई. खासकर राज्यपाल को उन्होंने बिजली की समस्याओं से अवगत करवाया.
विधायक पटेल द्वारा मेलघाट क्षेत्र के धारणी व चिखलदरा तहसील के 24 गांव में स्वतंत्रता के पश्चात भी बिजली नहीं पहुंची साथ ही यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित है. इतना ही नहीं तो यहां के सैकडों गांवो में पक्की सडके तक नहीं है. पीने के लिए पानी भी नहीं है. इन गांवो में माखला, नायलगांव, रायपुर, सवायखेडा, माडीझडप, बोट्याखेडा, रेहाटखेडा, चूनखडी, कुलीदा, खडीमल, बिच्छूखेडा, चिपर्डा, कुंड, राक्षा, रंगूबेली, ढोखा, खामदा, कोकमार, मलीता, भवई गांवों का समावेश है. जहां पर आज भी लोग अंधेरे में रहने के लिए मजबूर है.
विधायक राजकुमार पटेल ने राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी को बताया कि बिजली के कामों को लेकर डीपीआर तैयार किया गया है. किंतु यह सभी गांव टायगर प्रोजेक्ट के अंतर्गत आने की वजह से बिजली लाइन डालने के लिए इस विभाग की अनुमति जरुरी है. मेलघाट टायगर प्रोजेक्त के अधिकारी प्रोजेक्ट नोट, नक्शा टोपोशीट, गूगल अर्थ, मेप, एथॉरिटी लेटर ऑफ लाइन मांग रहे है. इन प्रस्ताव के लिए प्रत्येक गांव के लिए 2 से 2 लाख 5 हजार रुपए का खर्च अपेक्षित है. जबकी जिले की बेरोजगार संस्थाए केवल 40 हजार रुपए में यह काम करने के लिए तैयार है. ऐसे में स्वतंत्र ऐजंसी नियुक्त कर यह प्रस्ताव तैयार किए जाने की आवश्यकता भी उन्होनें इस समय जताई.

मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प अधिकारी कर रहे परेशान

मेलघाट के अतिदुर्गम गांवो में सडक निर्माण, पेसा कानून के तहत मुरुम, रेती, तेंदुपत्ता, महुआ, गोंद, आयुर्वेदिक औषधी, जंगली सब्जियों पर कानूनी आदिवासियों का अधिकार होने के बावजूद भी टायगर प्रोजक्ट के अधिकारियों द्वारा उन्हें रोका जाता है और परेशान किया जाता है. इन जंगल में रहने वाले आदिवासियों पर कानूनी कार्रवाई भी की जाती है आदी मेलघाट के ज्वलंत मुद्दो को विधायक पटेल ने राज्यपाल कोश्यारी के संज्ञान में लाया. लगभग 45 मिनट तक सकारात्मक चर्चा उन्होंने राज्यपाल से की और समस्याओं से संबंधित निवेदन भी उन्होंने राज्यपाल कोश्यारी को सौंपा. सकारात्मक चर्चा के पश्चात राज्यपाल कोश्यारी ने विधायक राजकुमार पटेल को मेलघाट की समस्याओं की ओर ध्यान देने का भरोसा दिलाया.

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