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अपनी अनदेखी से बुरी तरह आहत हैं विधायक सुलभा खोडके

अगले सप्ताह राष्ट्रीय व प्रादेशिक नेताओं से मिलकर करेंगी शिकायत

* विधायक खोडके को प्रदेशाध्यक्ष पटोले के दौरे से रखा गया पूरी तरह दूर
अमरावती/दि.26- कांग्रेस उपाध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी की भारत जोडो यात्रा के लिए समर्थन प्राप्त करने हेतु दो दिवसीय दौरे पर अमरावती पहुंचे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले के अमरावती में आयोजीत सभी कार्यक्रमों से स्थानीय कांग्रेस विधायक सुलभा खोडके को पूरी तरह से दूर रखा गया. किसी भी कार्यक्रम की निमंत्रण पत्रिका में विधायक सुलभा खोडके के नाम का उल्लेख नहीं था और उन्हें किसी भी कार्यक्रम में निमंत्रित भी नहीं किया गया था. इस बात से विधायक सुलभा खोडके बुरी तरह आहत हुई है और उन्होंने अपने दर्द व तकलीफ को आज यहां जारी प्रेस विज्ञप्ती के जरिये सबके साथ साझा किया है. इस प्रेस विज्ञप्ती में विधायक सुलभा खोडके ने कहा है कि, वे अपनी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले से दो दिवसीय दौरे के दौरान एक बार भी नहीं मिल पायी. इस बात का उन्हें मलाल है. साथ ही उन्हें पार्टी प्रदेशाध्यक्ष के सभी कार्यक्रमों से जानबूझकर दूर रखे जाने के मामले को लेकर वे अगले सप्ताह मुंबई में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता बालासाहब थोरात व अशोक चव्हाण से मुलाकात करेगी. साथ ही बहुत जल्द नई दिल्ली जाकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी व महासचिव प्रियंका गांधी सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करते हुए अमरावती में पार्टी के भीतर हो रही अपनी अवहेलना के बारे में उन्हें अवगत करायेगी.
इस प्रेस विज्ञप्ती में विधायक सुलभा खोडके ने स्पष्ट रूप से आरोप लगाया कि, भाजपा के एक पूर्व विधायक द्वारा 18 जून 2021 को कांग्रेस पार्टी में प्रवेश किये जाने के बाद से लेकर अब तक उन्हें (सुलभा खोडके को) पार्टी के स्थानीय नेताओं व पदाधिकारियों ने कभी किसी बैठक या कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया. उन्हें पता चला है कि, आज अमरावती में बुलाई गई पत्रवार्ता में मीडिया के कुछ प्रतिनिधियों ने कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले से इस बारे में सवाल भी पूछा. जिसके जवाब में पटोले ने कहा कि, यह पार्टी का अंतर्गत मामला है और सभी लोग साथ मिलकर बैठते हुए इस मसले का हल निकालेंगे. जिसके लिये वे प्रदेशाध्यक्ष पटोले के प्रति आभारी भी है. कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रमों और प्रदेशाध्यक्ष के दौरे जैसे अवसरों पर अपनी अनुपस्थिति की वजह से निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं में किसी तरह का कोई बडा संदेश न जाये. इस बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने यह प्रेस विज्ञप्ती जारी की है.
इसके साथ ही विधायक सुलभा खोडके ने कहा कि, वे अब तक दो बार कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा चुनाव लड चुकी है और उन्होंने वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को 20 हजार वोटों से पराजीत किया था. आज उसी पराजीत प्रत्याशी की वजह से पार्टी के स्थानीय नेताओं द्वारा उन्हें (खोडके को) दरकिनार किया जा रहा है. लेकिन ऐसे पदाधिकारियों ने यह नहीं भूलना चाहिए कि, वे अब भी कांग्रेस पार्टी में ही है और निश्चित रूप से अगला विधानसभा चुनाव कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर ही लडनेवाली है.

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