विधायकों को सांसदों से ज्यादा मिलता है वेतन और भत्ता !
विधायकों के अधिकार क्षेत्र में आते हैं 300 गांव
* सांसदों को 1800 गांवों की करते है देख-रेख
मुंबई/दि.6– विधानसभा विधायकों को लोकसभा सांसदों से ज्यादा वेतन-भत्ते मिलते हैं. बडेे शहरी निर्वाचन क्षेत्रों को छोडकर, विधायक लगभग 300 गांव संभालते है, जबकि सांसद लगभग 1800 गांवों की देखरेख करते हैं. फिर भी वेतन-भत्तों के मामले में सांसद से ज्यादा विधायक सुखी हैं. दोनों का वेतन 1 लाख रुपये और विभिन्न भत्ते 88 हजार रुपये हैं. यानी विधायक और सांसद दोनों को 1 लाख 88 हजार रुपये मिलते हैं. 2018 तक सांसदों को 50 हजार रुपये वेतन मिलता था, जिसे बढाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया है. हालांकि, 2018 तक सांसदों के लिए हवाई टिकट की रकम 25 फीसदी थी. 2018 में वेतन बढोतरी दी गई, लेकिन ये भत्ता बंद हो गया.
* मिलने वाली विकास निधि समान
विधायकों को मिलने वाली विकास निधि की तरह ही प्रति वर्ष 5 करोड 300 रुपये की विकास निधि (विधायक निधि) मिलती है. प्रति गांव 5 करोड रुपये के न्याय के अनुसार, सांसदों को 1800 गांवों के लिए प्रति वर्ष कम से कम 30 करोड रुपये मिलने चाहिए, लेकिन उन्हें प्रति वर्ष 5 करोड रुपये मिलते हैं, जिसका मतलब है कि सांसदों को पांच में 1800 गांवों के लिए 25 करोड रुपये से संतोष करना होगा. विधायकों और सांसदों को समान मात्रा में विकास निधि मिलती है.
* सांसद हर गांव में कैसे जाएंगे?
-कई जगह ऐसी शिकायत की, सांसद हमारे गांव में नहीं आये. इसका हिसाब एक सांसद ने दिया. उन्होंने कहा कि एक साल में 365 दिन पांच साल में 1825 दिन के बराबर होते हैं. जिसमें से साल में 100 दिन संसद का सत्र चलता है. यानी पांच साल में 500 दिन संसद सत्र में खर्च होते हैं.
– इसके अलावा सांसद किसी न किसी संसदीय समिति का हिस्सा होता है. जिसमें संसदीय समिति हैं उन समिति की बैठकों के लिए दिल्ली जाना पड़ता है, अन्यथा देश भर का दौरा करना पडता है, पार्टी की बैठकों के लिए अलग, इसके अलावा विधानमंडल के दो सत्र मुंबई में और एक सत्र नागपुर में आयोजित किया जाता है. इस सत्र में सांसदों को अपने संसदीय क्षेत्र में कामकाज का फॉलोअप लेने जाना है.
-इसके अलावा साल में कम से कम 30 से 40 दिन मंत्रालय जाना पडता है. ऐसे में अगर सांसद संसदीय क्षेत्र के किसी एक गांव में जाने का फैसला भी कर लें तो यह संभव नहीं है.
* क्या छूट उपलब्ध हैं?
– सांसदों के पीए को 40 हजार रुपये, विधायकों के पीए को 27,500 रुपये वेतन दिया जाता है. सांसदों और विधायकों के लिए भी रेलवे यात्रा मुफ्त है. विधायकों को हर साल 32 मुफ्त हवाई यात्रा पास मिलते हैं. इसका मतलब है कि वे 32 बार मुफ्त में उडान भर सकते हैं.
– सांसदों के लिए रियायतों में ज्यादा अंतर नहीं. उन्हें 34 बार मुफ्त हवाई यात्रा की सुविधा है. सांसदों को सरकार की ओर से दिल्ली में घर मिलता है. लेकिन, वहां उपलब्ध कराए गए सोफे या अन्य फर्नीचर के लिए भुगतान करना होता है.
* विधायकों को आवास के लिए भी अतिरिक्त पैसे
मुंबई में मनोरा विधायक निवास का पुनर्निर्माण चल रहा है. मैजेस्टिक विधायक निवास कई वर्षों से बंद है. इसलिए, जिन विधायकों के पास बाकी विधायक आवासों में एक कमरा है, उन्हें 35 हजार रुपए और जिनके पास कोई कमरा नहीं है, उन्हें 70 हजार रुपए प्रति माह का भुगतान किया जाता है. यह रकम वेतन और अन्य भत्तों के अतिरिक्त है. यह मानते हुए कि विधायकों को सांसदों से अधिक वेतन दिया जाता है.