अमरावती

प्रहार के गोलू पाटील शिकायत लेकर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री कार्यालय में

राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान में भारी गडबडी के चलते

  • आरोप सिध्द होने के बाद भी दोषियों पर कार्रवाई नहीं

अमरावती/दि.18 – राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान में हुई गडबडी उजागर होने के बाद मुंबई में स्वास्थ्य सहसंचालक महेश बोटले के आदेश से अकोला स्वास्थ्य उपसंचालक द्वारा प्राथमिक जांच की गयी. जांच में मूल्यमापन सहनियंत्रण अधिकारी रिधोरे व जिलालेखा प्रबंधक अशोक कोठारी दोषी पाये गये थे. बावजूद इसके प्रशासन ने कार्रवाई न करते हुए उन्हें अभय दिया.
इस मामले में प्रहार कार्यकर्ता गोलू पाटील स्वास्थ्य मंत्री के दरबार में पहुंचे है. गोलु पाटील के मुताबिक पूरे मामले की दोबारा जांच करने के लिए शिकायत की गयी थी. दो माह बीत गए, मगर कार्रवाई नहीं की गई. बार-बार स्मरणपत्र भी दिया गया. पाटील के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त शिकायत अपनी जेब में जतन कर रहे हैं. पाटील ने यह भी कहा कि जिप सीईओ ने नियमों को ताक पर रखकर शराबी कर्मी पर आरोप सिध्द होने के बाद कार्यमुक्त करने पर फिर से नियुक्ति का आदेश जारी किया. दूसरी ओर कोठारी व रिधोरे की मर्जी में न रहनेवाले तथा कोई भी शिकायत न रहते हुए भी एकतरफा कार्रवाई की गई. जिप में मनमानी चल रही है. गोलू पाटील ने स्वास्थ्य संचालक से इस संदर्भ में पूछने पर बताया कि इस तरह की दोबारा नियुक्ति नहीं दी जा सकती. जिप में कोरोना काल में नियमबाह्य खरीदी होने का आरोप भी पाटील ने किया. कोठारी व रिधोरे पर मानवाधिकार जिलाध्यक्ष सागर गवई ने भी कार्रवाई करने की मांग की है. दोषियों को अभय देनेवाले जिला स्वास्थ्य अधिकारी को तत्काल निलंबित करने की मांग की गई है. मांग मंजूर न होने पर जिप सीईओ के कक्ष में डेरा आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है.

स्वास्थ्य मंत्री से की चर्चा

जिप में व्याप्त मनमानी तथा दोषी कर्मियों पर कार्रवाई न करने के संदर्भ में गोलू पाटील ने मुंबई में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे से मुलाकात की. उन्हेें पूरे मामले से अवगत कराया. जिप प्रशासन द्वारा दोषियों पर कारवाई न किए जाने से नाराजगी जतायी. स्वास्थ्य मंत्री ने शीघ्र ही उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.

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