
* सुको कब करेंगी सुनवाई
अमरावती /दि 8– महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ी खबर सामने आ रही है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर दायर की गई है. राज ठाकरे ने गुड़ीप़ाडवा के मौके पर अपने कार्यकताओं को कुछ आदेश दिए थे. राज ठाकरे ने अपने कार्यकताओं को कहा था कि वे जांच करें कि बैंकों, दुकानों और अन्य प्रतिष्ठानों में मराठी भाषा का प्रयोग किया जा रहा है या नहीं. इसके बाद राज्य भर में मनसे कार्यकताओं ने अलग-अलग बैंकों में जाकर मराठी भाषा के इस्तेमाल पर जोर दिया. इसके बाद उत्तर भारतीय विकास सेना के प्रमुख सुनील शुक्ला ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की. उन्होंने आरोप लगाया कि मनसे कार्यकर्ता हिंदी भाषियों पर हमला कर रहे हैं और राज ठाकरे के भड़काऊ भाषणों के कारण ऐसा हो रहा है. उन्होंने चुनाव आयोग से टठर की मान्यता रद्द करने की भी मांग की है.
दरअसल राज ठाकरे के आदेश के बाद मनसे कार्यकर्ता जगह-जगह पहुंचे. कुछ स्थानों पर बैंक कर्मचारियों ने यह रुख अपनाया कि वे मराठी नहीं बोलेंगे. इससे गुस्साए मनसे सैनिकों ने ऐसे कर्मचारियों की पिटाई भी कर दी इस घटना से बैंक के कर्मचारियों में भय व्याप्त हो गया है. दूसरी ओर मराठी भाषा मंत्री उदय सामंत के आग्रह के बाद राज ठाकरे ने अपने कार्यकताओं से संबंधित आंदोलन वापस लेने की अपील की है. हालांकि एक उत्तर भारतीय संगठन के प्रमुख ने राज ठाकरे के खिलाफ मनसे की मान्यता रद्द करने की मांग सीधे सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. टीवी 9 मराठी’ ने इस पर रिपोर्ट दी है.
मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. यह याचिका उत्तर भारतीय विकास सेना के प्रमुख सुनील शुक्ला ने दायर की है. सुनील शुक्ला ने याचिका में आरोप लगाया है कि मनसे कार्यकर्ता हिंदी भाषियों पर हमले कर रहे हैं. याचिका में यह भी आरोप लगाया गया है कि राज ठाकरे के भड़काऊ भाषणों के कारण हिंदी भाषियों पर हमले हो रहे हैं.