मो. अजिम की गोली मारकर हत्या करना चाहते थे आरोपी
ऐन समय पर गोली नहीं रहने की वजह से नहीं चला पाए पिस्तौल
* अमरावती की बजाय पुणे ले जाकर छोडने की जिद की थी आरोपियों ने
* समय रहते दोनों आरोपियों के इरादे भांप गया था मो. अजिम
* नांदगांव पेठ पहुंचते ही जान बचाने भागा था रिहायशी बस्ती की ओर
* दोनों आरोपियों ने पीछा कर चाकू मारकर उतारा मौत के घाट
अमरावती/दि.4 – विगत माह रविवार 25 मार्च को तडके नांदगांव पेठ के शिवपार्वती नगर में घटित मो. आजिम हत्याकांड में अपराध शाखा पुलिस द्बारा धरे गए सिद्धेश्वर चव्हाण नामक आरोपी के जरिए नया खुलासा हुआ है. जिसके मुताबिक दोनों आरोपी मो. अजिम से उसकी कार लूटने के लिए उसे पिस्तौल से गोली मारकर मौत के घाट उतारना चाहते थे. किंतु वारदात के समय उनके पास गोली ही नहीं थी. ऐसे में पिस्तौल निकालने का कोई मतलब ही नहीं था. इसकी वजह से दोनों आरोपियों ने मो. अजिम को चाकू से सपासप वार करते हुए मार डाला. साथ ही यह भी पता चला है कि, नागपुर से मो. अजिम की कार में अमरावती जाने की बात कहकर रवाना हुए दोनों आरोपियों ने रास्ते में मो. अजिम से उन्हें पुणे लेजाकर छोडने की बात कहीं. जिससे मो. अजिम ने इंकार कर दिया था. साथ ही इस समय तक मो. अजिम ने दोनों आरोपियों के पास हथियार भी देख लिए थे और वह उनके इरादों को भांप चुका था. यहीं वजह है कि, दोनों आरोपियों ने जैसे ही नांदगांव पेठ का टोलनाका आने से पहले नांदगांव पेठ गांव के पास गाडी रोकने के लिए कहा, तो गाडी रोकते ही मो. अजिम अपनी जान बचाने के लिए घनी आबादी वाले इलाके की ओर दौडा. लेकिन उस समय सुबह के 4.30 बज रहे थे और लोगबाग अपने-अपने घरों में सोए हुए थे. जिसकी वजह से हर ओर सन्नाटा था. जिसके चलते जान बचाने की गुहार लगाते हुए सडकों पर बेतहाशा भागते मो. अजिम को कहीं से कोई मदद नहीं मिल पाई.
पता चला है कि, मो. अजिम ने जैसे ही कार में सवार आरोपियों के हाथ में हथियार देखे, तो वह डर गया. वहीं आरोपियों की लगा कि, मो. अजिम उनका भांडा फोड सकता है और उनके बारे में पुलिस को जानकारी दे सकता है. यहीं वजह है कि, उन्होंने मो. अजिम को पिस्तौल का धाक दिखाकर नांदगांव पेठ के पास कार रोकने हेतु कहा और खुद गाडी चलाने की बात कहीं. इस समय डर के मारे मो. अजिम अपनी कार से नीचे उतरा और मौका देखकर गांव की ओर भागने लगा. जिसके बाद दोनों आरोपियों ने मो. अजिम का पीछा किया और उसे घेरकर उस पर चाकू से सपासप वार किए. जिसे मो. अजिम की मौके पर ही मौत हो गई. जिसके बाद दोनों आरोपी मो. अजिम की कार लेकर वहां से फरार हो गए, लेकिन यह कार कुछ ही दूर जाने के बाद रहाटगांव के निकट एक हादसे का शिकार होकर सडक किनारे गड्ढे में पड गई, तो दोनों आरोपियों ने कार में से अपनी बैग निकाली और वे वहां से आगे निकल गए.
* दूसरे आरोपी की अब भी तलाश जारी
वहीं इस मामले में लिप्त रहने वाले दूसरे आरोपी की अब भी सघन तलाश जारी है. शिर्डी से पकडे गए सिद्धेश्वर चव्हाण के मुताबिक वह और उसका साथी मुलत: सोलापुर के रहने वाले है. ऐसे में अपराध शाखा की एक टीम सोलापुर के लिए रवाना हुई है. साथ ही सिद्धेश्वर चव्हाण को भी सोलापुर ले जाया गया है. जहां पर उसके घर की तलाशी लेने के साथ-साथ उसके साथीदार के बारे में भी तमाम जरुरी पडताल की जा रही है.