मोबाइल घोल रहा दाम्पत्य जीवन में जहर
अमरावती/दि.12– तुम्हारे मोबाइल में पैटन लॉक क्यों है, तुम्हारा मोबाइल तुम्हारे ही थंब इंप्रेशन से क्यों खुलता है. तुम्हारे सोशल मीडिया लॉक क्यों है, तुम्हारे मोबाइल में ऐसा क्या है, जिसे छिपाने की जरुरत है. इस तरह के संदेहास्पद प्रश्न इन दिनों लोगों सुखी वैवाहिक जीवन में जहर घोल रहे है. इस आशय का धक्कादायक निरीक्षण पुलिस द्वारा दर्ज किया गया है.
इन दिनों सोशल मीडिया का अतिप्रयोग, पति व पत्नी के मोबाइल में रहने वाला लॉक पारिवारिक कलह का कारण बनता जा रहा है. वॉट्सएप, फेसबुक व इंस्टाग्राम सहित अन्य कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म की वजह से जहां लोगबाग हजारों-लाखों जाने अंजाने लोगों के साथ खुद को कनेक्ट महसूस करते है. वहीं किसी सोशल मीडिया की वजह से घर में पति-पत्नी के बीच आपसी संवाद घटता चला जा रहा है. जिसकी वजह से कई लोगों का पारिवारिक जीवन बिखरने की कगार तक जा पहुंचा है.
* वर्ष 2022 में आयी थी 771 शिकायते
सन 2022 में ग्रामीण पुलिस की भरोसा सेल के पास कुल 771 शिकायते आयी थी. जिसमें से 500 के आसपास मामलों में अर्जदार व गैरअर्जदार का समूपदेशन किया गया है. 172 मामलों में समन्वय दोनों पक्षों के बीच समन्वय स्थापित किया गया. वहीं 211 मामलों में अपराध दर्ज हुए और 189 मामले प्रलंबित रह गये.
* वर्ष 2023 में दर्ज हुई 777 शिकायतें
वर्ष 2023 के दौरान ग्रामीण पुलिस के भरोसा सेल के पास 777 शिकायते प्राप्त हुई. जिसमें से 428 मामलों में दम्पति खुद समूपदेशन के लिए उपस्थित हुए और 180 शिकायतों को समूपदेशन के जरिए सुलझाया गया. वहीं 246 मामलों में अपराध दर्ज किये गये और 169 मामले प्रलंबित रहे.
* किसी का वैवाहिक जीवन खत्म न हो इस हेतु हम समूपदेशन और समन्वय पर ध्यान देते है. गत वर्ष 180 से अधिक मामलों में समूपदेशन सफल रहा. वहीं पारिवारिक प्रताडना को लेकर 246 मामलों में अपराध दर्ज किया गया. किसी महिला को उसके पति या रिश्तेदार द्वारा प्रताडित किये जाने पर धारा 498 (अ) के तहत अपराधिक मामला दर्ज किया जाता है.
– कान्होपात्रा बंसा,
भरोसा सेल प्रमुख,
जिला ग्रामीण पुलिस.