अमरावती

मोबाइल फोन, कम्प्यूटर माउस, बल्ब में खिले फूलों के पौधे

वेस्ट वस्तुओं के उपयोग से परसबाग समृध्द

* वैश्विक रेकॉर्ड की ओर कदम
यवतमाल/दि.21– आजकल टिकाऊ वस्तुएं भंगार में फेंक दी जाती है. परंतु इन वस्तुओं का प्राकृतिक सौंदर्य बढाने के लिए उपयोग हो सकता हैं, इस बारे मेंं कोई नहीं सोचता. यवतमाल के जगदीश शर्मा ने इन वेस्ट वस्तुओं में फूल, पेड लगाकर उसे हराभरा किया है. इलेक्ट्रिक बटन से टूथपेस्ट और फीव्ज हो जाने वाले बल्ब में फूल पेड लगाकर उसे हराभरा किया है. उनकी इस कला का यह आधुनिक उपक्रम यवतमाल वासियों में चर्चा का विषय बन गया है. इस अनूठे तरीके से प्राकृतिक सौंदर्य का बढाने का यह प्रयोग रेकॉर्ड बनानेवाला है.

यदि प्राकृतिक सौंदर्य बढाना चाहते है तो रास्ता अवश्य निकलता है. किंतु जगह नहीं है या कम है ये बहाना नहीं चलता. यवतमाल के इंद्रप्रस्थ नगरी में निवास करनेवाले जगदीश शर्मा यह ऑप्टिकल व्यावसायिक है. उन्होंने अपना अमूल्य समय निकालकर इन वेस्ट वस्तुओं में वृक्षारोपण किया है. जिससे घर के आसपास का वातावरण समृध्द किया है. इसके लिए उन्होंने छोटी-बडी 150 वस्तुओं का उपयोग किया है.

मोबाइल, चार्जर, मार्कर पेन, पिचकारी, शंख, सेल, कॅसेट, माऊ स, टूथपेस्ट, घडी, इलेक्ट्रिक बटन, टॉर्च, चलनी, गाडी का इंडीकेटर, बूट, बल्ब, होल्डर, छोटा टायर, झाडणी, नारियल कटोरा, झाडू की लकडी, पेचकस इस प्रकार के विविध वस्तुओं में वृक्ष लगाए और हैगिंग गार्डन तरीके से उसे लटकाया. जिससे घर के आसपास का सौंदर्य खिल उठा है. ऐसी छोटी वस्तुओं में वृक्ष लगते है और खिलते भी है. यह प्रयोग कर उन्होंने सिध्द कर दिखाया है. विगत वर्ष में इन वृक्षों की वृध्दि हुई है. इन वृक्षों में बहार आयी है. इसके अलावा मनीप्लॅट सहित मेंटरी, जलबेरा, स्पायडरमॅन जैसे वृक्षों का इसके लिए उपयोग किया है. इसके अलावा अन्य दुर्लभ वनस्पति और प्राकृतिक के सानिध्य में कुछ पेड उसमें लगाए गये है.

* 500 वृक्ष संवर्धन से विश्व रेकॉर्ड
अभी तक दुर्लभ 15 वस्तुओं का रोपण उन्होंने किया है. अभी तक 500 विविध निरूपयोगी और असंभव से दुर्लभ वृक्षसंवर्धन करने के लिए प्रयास होगा. इससे विश्व रेकॉर्ड करने के लिए शर्मा ने तैयारी शुरू की है. उनके गार्डन में नया प्रयोग देखने को मिल रहा है.

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