अमरावती/प्रतिनिधि दि.१७ – आयटक की ओर से मंगलवार को राज्यव्यापी मोबाइल वापसी आंदोलन किया गया. वहीं पोषण ट्रैकर एप के संबंध में जिलाधिकारी को निवेदन सौंपा गया.
निवेदन में बताया गया है कि अंगणवाडी कर्मचारियों को कामकाज के लिए प्रशासन की ओर से दिया गया मोबाइल काफी घटिया किस्म का है. मोबाइल काफी पुराना हो जाने से लगातार उसमें खराबियां आ रही है. जिसकी दुरुस्ती के लिए 5-5 हजार रुपए खर्च किये जा रहे है और यह खर्च सेविकाओं से वसूल किया जा रहा है, इसलिए सरकार ने सभी पुराने मोबाइल वापस लेकर आधुनिक मोबाइल अंगणवाडी कर्मचारियों को दिये जाए, किसी भी हालात में कर्मचारियों को उनके व्यक्तिगत अथवा उनके परिवार के सामूहिक मोबाइल पर सरकारी काम करने के लिए मजबूर न करे, उनके परिवार का व्यक्ति अपने बच्चों की ऑनलाइन पढाई अथवा अपने निजी काम के लिए उपयोग में लाते है. पोषण ट्रैकर एप में काफी खामियां है. फिर भी सभी अंगणवाडी कर्मचारियों पर उसका दोष मढा जा रहा है. सरकार की ओर से दिये गए मोबाइल में रैम कम रहने से एप डाउनलोड नहीं होती है, इसलिए सेविकाओं को अपने व्यक्तिगत मोबाइल में वह एप डाउनलोड करना पड रहा है. अंग्रेजी नहीं जानने वाले अनेक कर्मचारियों को अन्य लोगों की मदद के शिवाय जानकारी भरना संभव नहीं हो पा रहा है, यह काम एक बार नहीं बल्कि बार-बार करना है. अन्य व्यक्तियों से बार-बार यह जानकारी भरवाना असंभव है, एप में डिलीट का विकल्प नहीं होने से दिक्कतें भी आ रही हैैं, एप को संपूर्ण मराठी में तैयार किया जाए, वहीं एप की खामियों को दूर किया जाए अन्यथा एप को रद्द करें, मोबाइल पर काम करने वाले सेविका व सहायकों को 500 व 250 रुपये प्रोत्साहन भत्ता दिया जा रहा है, लेकिन उन्हें यह प्रोत्साहन भत्ता मिलने में भी अनियमितता हो रही है. प्रोत्साहन भत्ते में कम से कम एक हजार से दो हजार रुपए की बढोतरी की जाए, अंगणवाडी सेविकाओं का अतिरिक्त जिम्मेदारी न देते हुए रिक्त सीटे भरने की मांग की गई. निवेदन सौंपते समय आयटक के जिलाध्यक्ष महेश जाधव, सचिव मीरा कैथवास, अरुणा देशमुख, वंदना भोपसे आदि मौजूद थे.