अमरावती/दि.3– राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी एक ही सिक्के के दो पहलू है तथा मोदी सरकार का रिमोट कंट्रोल एक तरह से सरसंघ चालक मोहन भागवत के हाथों में है. जिसकी वजह से मोदी सरकार और भाजपा द्वारा संघ के इशारे पर काम किया जा रहा है. जिसके तहत देश में जातिगत वैमनस्य एवं धार्मिक तनाव को बढाने हेतु बेवजह के मुद्दों को तूल दिया जा रहा है. इस आशय का प्रतिपादन कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष व विधायक नाना पटोले द्वारा किया गया.
एक दिवसीय दौरे पर अमरावती पहुंचे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने उपरोक्त प्रतिपादन के साथ ही कही कि, बीते दिनों मनसे प्रमुख राज ठाकरे द्वारा लाउडस्पीकर का मुद्दा उठाकर धार्मिक तनाव को पैदा किया गया. जिसकी वजह से सभी मंदिरों व मस्जिदों से लाउडस्पीकर का आवाज कम हो गया और गांव-गांव होनेवाली काकड आरती भी बंद हो गई. वहीं लाउडस्पीकर को लेकर चली उठापटक में आम जनता से जुडे मामले कहीं पीछे छूट गये तथा दो अलग-अलग समुदायों के बीच दूरी बढ गई.
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अमरावती संसदीय सीट के संदर्भ में पूछे गये सवाल पर नाना पटोले ने कहा कि, यह निर्वाचन क्षेत्र हमेशा ही कांग्रेस का मजबूत गढ रहा है और यहां पर हमारे पास कई अच्छे प्रत्याशी भी है. जिनमें से किसी एक को सभी के साथ विचार-विमर्श करते हुए प्रत्याशी चुना जायेगा. इसके साथ ही इस समय सचिन वाझे के वादा माफ गवाह बन जाने और पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की मुश्किले बढने के संदर्भ में पूछे गये सवाल पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि, जो बातें अब सामने आ रही है. वे सभी बातें खुद उन्होंने काफी पहले कही थी. यह पूरी तरह से पहले से तैयार स्क्रिप्ट है. जिसके तहत राज्य को बदनाम करने का काम किया जा रहा है.