अमरावती

जुर्माना वसूली में फिसड्डी साबित हुआ खनिकर्म विभाग

4.70 करोड में से केवल 1.78 करोड ही हो पाये वसूल

अमरावती/दि.17– गौण खनिज की चोरी व अवैध यातायात के मामलों में जिला खनिकर्म विभाग द्बारा गौण खनिज चोरों पर कार्रवाई की जाती है. लेकिन इस कार्रवाई में आरोपियों पर ठोके गये जुर्माने की वसूली में खनिकर्म विभाग फिसड्डी साबित हुआ. विभाग द्बारा विगत वर्ष में 4 करोड 70 लाख 47 हजार 799 रुपयों का जुर्माना ठोका गया था. लेकिन इनमें से केवल 1 करोड 78 लाख 19 हजार 773 रुपयों की ही वसूली हो पायी है. केवल 37 प्रतिशत ही जुर्माना वसूली होने से खनिकर्म विभाग की कार्यक्षमता पर सवाल उठने लगे है.
अमरावती जिले में मिट्टी, पत्थर, मुरुम व रेत ऐसे 4 प्रकार के गौण खनिज है. रास्तें निर्मिति, महामार्ग का निर्माण, डैम व इमारतों के निर्माण के साथ अन्य निर्माणों मेें इन गौण खनिजों का इस्तेमाल होता है. लेकिन गौण खनिज चोरों द्बारा अलग-अलग छीपे रास्तों से रेत, मिट्टी, पत्थरों की चोरी की जाती है. कई पर्यावरण प्रेमी नागरिक भी गौण खनिज चोरों को लेकर शिकायतें करते है. उस आधार पर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है. महकमें द्बारा संबंधितों पर जुर्माना ठोका जाता है. लेकिन जुर्माने की राशी वसूलने में गौण खनिज विभाग नाकाम सिद्ध होने से इन कार्रवाईयों की धार कम होने का दावा शिकायतकर्ता कर रहे है.

* तांत्रिक दिक्कतों का सामना
गौण खनिजों की तस्करी सामने आने के बाद संबंधितों पर कार्रवाई कर जुर्माना ठोका जाता है. लेकिन कई मामलों में जुर्माने की कार्रवाई को कोर्ट में अपील किया जाता है. कुछ मामले जिलाधीश व संभागीय आयुक्त के पास भी न्याय प्रविष्ठ रहते है. जिससे जुर्माने की वसूली में तांत्रिक दिक्कते जाती है.
– रामदास सिद्धभट्टी, अतिरिक्त जिलाधीश

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