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10 प्रतिशत सूर्य पर होगी चंद्रमा की छाया

अमरावती-/दि.18  अगले मंगलवार 25 अक्तूबर को दिवाली के दूसरे दिन सूर्यग्रहण होने से लोगबाग उस हिसाब से तैयारी में लगे हैं. पुरोहितों ने जहां ग्रहण के नियम कायदे पालन पर जोर दिया है, वहीं वैज्ञानिकों ने भी सूर्यग्रहण अनुभव के लिये तैयारी की है. अमरावती में अंतरिक्ष के अध्ययनकर्ता विजय गिरुलकर और अन्य ने दिन के खंडग्रास सूर्यग्रहण का नजारा देखने का आवाहन किया है. इस बीच बताया गया कि अमरावती में लगभग एक घंटे तक खंडग्रास सूर्यग्रहण दिखाई देगा. ऐसे ही पूरे महाराष्ट्र में ग्रहण का केवल 10 प्रतिशत भाग ही देखा जा सकेगा.

पालघर में डेढ़ घंटा
खंडग्रास सूर्यग्रहण का नजारा पालघर में 1 घंटा 21 मिनट तक दिखाई देगा. नागपुर में 53 मिनट सूर्यग्रहण का अनुभव होगा. देश में सबसे ज्यादा 1 घंटा 43 मिनट तक सूर्यग्रहण की स्थिति गुजरात के भुज से दिखाई देगी. पूर्वोत्तर में यह ग्रहण नहीं दिखाई देगा. जबकि केरल में केवल 3 प्रतिशत ग्रहण नजर आएगा.

80 प्रतिशत ढंक जाएगा सूर्य
प्रत्येक माह में अमावस पर सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आता है. वह एक ही पंक्ति में नहीं रहता. आगामी मंगलवार को एक पंक्ति में रहने से सूर्य का काफी हिस्सा चंद्रमा के कारण ढंक जाएगा. इसे भी आंशिक अथवा खंडग्रास सूर्यग्रहण कहा जाता है. उत्तरी गोलार्ध मेें सूर्य 80 प्रतिशत ढंक जाएगा. दक्षिणी गोलार्ध में यह कम दिखाई देगा. फिलहाल पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी 3 लाख 78 हजार किलोमीटर है. जबकि सूर्य का अंतर 14 करोड़ 87 लाख 80 हजार कि.मी. होने का अनुमान है.

मंदिरों के पट बंद
सूर्यग्रहण का समय दोपहर 2 से 3 बजे के दौरान रहेगा. जिससे परंपरानुसार 12 घंटे पहले अर्थात तड़के 2 बजे सूतक लग जाएगा. इसलिए आगामी मंगलवार को सुबह प्रमुख देवालयों के पट बंद रहेंगे. दोपहर पश्चात ग्रहण के मोक्ष होने के बाद संध्या समय में पट खुलेंगे और नित्य आरती-पूजन होगा. ऐसी जानकारी नगर के प्रमुख मंदिरों के पुरोहितों ने दी. अपवाद बालकृष्णलाल हवेली मंदिर है. जहां ग्रहणकाल में भजन-कीर्तन की परंपरा का पालन पुष्टिमार्गीय करते हैं.

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