अमरावती/दि.2– संपूर्ण राज्य में मराठा आरक्षण को लेकर भारी हिंसा जारी है. मराठा समाज को आरक्षण मिलने की मांग का पूरजोर समर्थन करते हुए मराठाओं ने बुधवार को पंचवटी चौक स्थित डॉ. पंजाबराव देशमुख प्रतिमा के सामने एक दिवसीय अनशन किया. संकल्प बहुउद्देशीय संस्था के अध्यक्ष नितिन कदम और मराठा समाज के अन्य नागरिकों ने इसमें हिस्सा लेकर आंदोलनकारी मनोज जरांगे पाटिल के समर्थन में एक दिन की भूख हड़ताल की.
इसी क्रम में मनोज जरांगे पाटिल के आंदोलन के समर्थन में जिले के सभी समाजबंधुओं के आह्वान पर सकल मराठा समाज का 3 नवंबर को सुबह 11 बजे कलेक्ट्रेट पर मोर्चा निकलेगा. पंचवटी चौक में डॉ. पंजाबराव उर्फ भाऊसाहब देशमुख की प्रतिमा का अभिवादन करने के बाद यह मोर्चा अमरावती जिलाधीश कार्यालय की ओर आगे बढ़ेगा. सकल मराठा समन्वय समिति ने इस मोर्चे में शहर और संपूर्ण अमरावती जिले से मराठाओं को बड़ी संख्या में सहभागी होने का आह्वान किया है. साथ ही शांतिप्रिय इस मोर्चे में किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं किए जाने की भी अपील समन्वय समिति ने सभी से की है.
इधर एसटी महामंडल ने औरंगाबाद, नांदेड़, पुणे, जालना, बीड़ जैसे शहरों की बस फेरियां 30 अक्टूबर से बंद कर रखी हैं, वहीं दूसरी तरफ निजी ट्रैवल्स नियमित शुरू है. खुराणा ट्रैवल्स ने बताया कि पुराने रूट पर ट्रैवल्स बसें औरंगाबाद, पुणे समेत मराठवाड़ा के सभी शहरों की ओर नियमित दौड़ रही हैं. एसटी बसें बंद रहने के कारण ट्रैवल्स बसों में यात्रियों की भीड़ बढ़ती जा रही है. पिछले 3 दिनों से पुणे-औरंगाबाद की ट्रैवल्स बसें हाउसफुल जा रही हैं.
* लगातार तीसरे दिन भी नहीं दौड़ी मराठवाड़ा की एसटी बसें
अमरावती एसटी डिपो से नियमित चलने वाली लगभग 28 फेरियां लगातार तीसरे दिन भी ठप रही. मराठा आरक्षण को लेकर मराठवाड़ा में चल रहे हिंसक आंदोलन के मद्देनजर एसटी महामंडल ने किसी भी तरह के नुकसान से बचने के लिये संपूर्ण महाराष्ट्र में मराठवाड़ा और पुणे की ओर दौड़ने वाली एसटी बसों को ब्रेक लगा दिया हैं. अमरावती डिपो से डेली 28 फेरियां चलती थीं, लेकिन 30 अक्टूबर से यह फेरियां बंद कर दी गई हैं. जिसके कारण प्रतिदिन एसटी महामंडल को साढ़े तीन लाख रुपये से अधिक का नुकसान उठाना पड़ रहा है.