शहर में 1 हजार से अधिक लोगों का मुंह खुलना बंद
किशोरों में भी तेजी से बढ रहा गुटखा का चलन
* बगैर कैंसर भी तकलीफ काफी
* मुख स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता
अमरावती/दि.11 – अकेले अमरावती शहर में 1 हजार से अधिक मरीज मुख कैंसर की दहलीज पर है. हालांकि सभी को कर्करोग का निदान नहीं हुआ है. मगर मुंह खुलना काफी प्रमाण में बंद हो जाने से उनका खाना-पीना मुहाल हो रखा है. उन्हें 3 से 6 माह के संपूर्ण उपचार की आवश्यकता है. जिले में मुंह के कर्करोग के मरीज बढते जा रहे हैं. जानकारों ने यह भयावह सच्चाई उजागर करते हुए बताया कि, अब तो 15-16 वर्ष के किशोर भी बडी संख्या में गुटखा-खर्रा की लत की चपेट में आ रहे हैं. अमरावती मंडल से बातचीत में शहर के जानकार ने बताया कि, सुपारी का व्यसन भी घातक दुष्परिणाम दे रहा है. दिनोंदिन प्रति हजार मरीजों की संख्या में बढोत्तरी होने का खुलासा भी उन्होंने किया.
* हर माह 2 हजार रुग्णों की जांच
हर माह हजारों रुग्णों की कैंसर की आशंका संबंधी जांच करने वाले शहर के एक प्रसिद्ध चिकित्सक ने बताया कि, रोज केवल उन्हें ही 2 से 3 मरीज औसतन मुख कैंसर की आशंका वाले मिल रहे हैं. अन्य चिकित्सकों के आंकडे जोड लें, तो यह संख्या और अधिक होने की आशंका है. अनेक वर्षों से तंबाकू सेवन के कारण मुख कैंसर और गले के कैंसर का अंदेशा बढ जाता है.
* मरीज आते देरी से
मुंह कैंसर की आशंका होने पर भी मरीज लापरवाही करते हैं. देरी से उपचार के लिए आगे आते हैं. जिससे मामला और बिगड जाता है. जो मरीज तंबाकू और सुपारी, गुटखा का सेवन त्याग देते है, उन्हीं के कुछ प्रमाण में जल्द स्वस्थ होने की संभावना रहती है.
* इर्विन में मिले 32 मरीज
जिला मौखिक स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अभिजीत वानखडे ने बताया कि, जिला अस्पताल में गत कुछ माह मेें उन्होंने 7800 से अधिक रुग्णों की जांच की. उनमें काफी संख्या में गुटखा, तंबाकू सेवन के कारण लोगों के मुंह की दुर्दशा होती पाई गई. कई के मुंह खुलना बंद हो गये. जिससे उनका खाना-पीना दुश्वार हो गया. ऐसे 32 मरीज उन्होंने खुद देखे है. दांत भी खराब हो रहे हैं. जिससे आंखों की रोशनी पर भी दुष्परिणाम हो रहा है.
* हरी सब्जियां, फल उपयोगी
शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक ने बताया कि, कर्करोग की आशंका वाले मरीज को सबसे पहले गुटखा, तंबाकू, लौंग, इलायची, सुपारी का सेवन रोकना होगा. हरी सब्जियां और फल का अधिकाधिक सेवन करने से तथा दवाईयां लेने पर 3 से 6 माह में उपचार में फायदा मिलता हैं.
बॉक्स/फोटो- डॉ. अरोरा
* मुंह नहीं खुलने वाले काफी रुग्ण
शहर के प्रसिद्ध कैंसर तज्ञ डॉ. राजेंद्र सिंह अरोरा ने बताया कि, अमरावती में मुंह का कैंसर तेजी से फैल रहा है. बच्चों में भी तंबाकू, खर्रा की लत बढ रही है. हर माह 60 से 70 पेशंट ऐसे आते है, जिनका मुंह नहीं खुल पाता. इतनी खराब स्थिति हो जाती है. लोगों को तंबाकू, सुपारी की आदत छोडनी पडेगी. उसी प्रकार उचित उपचार करवाना निश्चित ही जरुरी है.