अमरावती/दि.3– राज्य में 1 हजार 338 बाल विवाह प्रशासन के प्रयासों से रोकने में सफलता मिली, ऐसा दावा इस विभाग के अधिकारियों ने किया. मंगलवार 3 मई अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर अनेक विवाह इस दिन होते हैं. बढ़ते बालविवाहों को रोकने के लिए संबंधित विभागों ने तैयारी शुरु की है.
अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक राज्य के विविध कोने-कोने में पहुंचकर बाल विवाह रोके गए. बाल विवाह होने की पूर्व संकल्पना संबंधित विभाग को दी जाये. कोरोना काल में समाज में अल्पवयीन बालकों की समस्या अधिक हो रही है. अप्रैल 2021 से मार्च 2022 एक वर्ष की समयावधि में राज्य के विविध भागों में कुल 1338 बाल विवाह रोकने में सफलता मिली है.स्थिति का विचार करते हुए बाल विवाह पर रोक लगाना आवश्यक है.
इसके लिए तहसील स्तरीय बालसंरक्षण समिति अध्यक्ष व तहसीलदार, बालविकास प्रकल्प अधिकारी शहरी व ग्रामीण, पुलिस निरीक्षक, बाल संरक्षण समिति को जागृत रहना आवश्यक है. विवाह समारोह में सेवा देने वाले पुरोहित, मंगल कार्यालय व्यवस्थापक से बाल विवाह की पूर्व संकल्पना होने पर संबंधित जिला बालसंरक्षण कक्ष अमरावती से संपर्क किया जा सकता है. पुलिस थाना, ग्रामसेवक व 24 घंटे सेवा देने वाली चाइल्ड लाइन 1098 ने उचित कार्यवाही करने के निर्देश जिला बालसंरक्षण समिति के अध्यक्ष तथा जिलाधिकारी पवनीत कौर ने दिये हैं.