अमरावती

16 हजार से अधिक बच्चों ने किया अंग्रेजी स्कुलों को टाटा

अमरावती/दि.3 – अंग्रेजी माध्यमवाली शालाओं का भारी-भरकम शुल्क अदा करने के बाद भी अपने बच्चो की गुणवत्ता व पढाई-लिखाई में कोई खास फर्क नहीं पडने के चलते विगत कुछ वर्षों के दौरान ंअंग्रेजी माध्यमवाली शालाओं से एडमिशन निकालकर जिला परिषद सहित अन्य निजी शालाओं में प्रवेश लेने का सिलसिला चल पडा है. इसके तहत करीब 16 हजार 313 अभिभावकों ने अपने बच्चों का नाम अंग्रेजी माध्यमवाली शालाओें से निकालकर जिला परिषद व अन्य निजी शालाओं में दाखिल करवाया है. सबसे खास यह रहा कि, कोविड संक्रमण काल के दौरान अंग्रेजी माध्यमवाली शालाओें की ऑनलाईन पढाई-लिखाई समझ से परे रही तथा ऑनलाईन पढाई के नाम पर लिया जानेवाला शुल्क भी अभिभावकों को काफी भारी पडा.

जिप शालाओें में घटते-बढते रहते हैं विद्यार्थी

कोविड संक्रमण काल एवं लॉकडाउन के समय सभी अभिभावकों की आर्थिक समस्याएं काफी बढ गई थी. इस समय अंग्रेजी माध्यमवाली शालाओं में भले ही पटसंख्या बढ रही है. किंतु वही दूसरी ओर सन 2019-20 की तुलना में सन 2020-21 के शैक्षणिक सत्र दौरान कई शालाओं की पटसंख्या बढी. वहीं कई शालाओं की पटसंख्या घटी.

तहसीलनिहाय घट-बढ

अचलपुर – 661
अमरावती – 51
मनपा क्षेत्र – 9,930
अंजनगांव सुर्जी – 69
भातकुली – 214
चांदूर बाजार – 09
चांदूर रेल्वे – 75
चिखलदरा – 33
दर्यापुर – 294
धामणगांव रेल्वे – 1,356
धारणी – 150
मोर्शी – 1,169
नांदगांव खंडे. – 306
तिवसा – 1,236
वरूड – 2,616

  • सर्वसामान्यों को शिक्षा के प्रवाह में शामिल करने तथा जिले की सभी जिप शालाओं में पटसंख्या बढाने हेतु सरकार व जिला परिषद के जरिये विविध उपक्रम चलाये जा रहे है. जिसे यद्यपि प्रतिसाद कुछ कम है. किंतु निजी शालाओं के साथ-साथ जिला परिषद शालाओं की पटसंख्या को बढाने हेतु नाविन्यपूर्ण उपक्रम के जरिये प्रयास किये जा रहे है.
    – एजाज खान
    प्राथमिक शिक्षाधिकारी, जिप

Related Articles

Back to top button