11 वीं की 20 हजार से अधिक सीटे, 10 वीं के उत्तीर्ण विद्यार्थी 36, 662
अभियांत्रिकी, नीट और आयटीआय की तरफ विद्यार्थियों का अधिक झुकाव
अमरावती/दि.15– 11 वीं के विज्ञान, वाणिज्य, कला, तंत्रनिकेतन, आयटीआय, एमसीवीसी अभ्यासक्रम की कुल 20 हजार 468 सीटे है. जबकि इस तुलना में 10 वीं के उत्तीर्ण विद्यार्थियों की संख्या 36 हजार 662 है. करीबन 16 हजार से ज्यादा विद्यार्थी अधिक है. अच्छे महाविद्यालय में प्रवेश के विद्यार्थियों सहित पालको को भागदौड करनी पड रही है. केंद्रीय प्रवेश प्रणाली में अनेको को पांचवे-छठवें राऊंड तक इंतजार करने के अलावा पर्याय नहीं रहनेवाला है.
जिले में 10 वीं के बाद आगामी कक्षा में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों का नियोजन शुरु हो गया है. साथ ही पालको ने भी कनिष्ठ महाविद्यालय की सीटों की समीक्षा लेने का काम पूर्ण किया है. इस बार 11 वीं के अनुदानित व बिना अनुदानित महाविद्यालयो में उपलब्ध सीटो में से 10 वीं की परीक्षा दिए विद्यार्थियों की संख्या 16 हजार से अधिक है. साथ ही तंत्रनिकेतन व आयटीआय का भी पर्याय विद्यार्थियों को उपलब्ध रहा. फिर भी सीटे कम रहने से अनेक विद्यार्थियों को मजबूरन ग्रामीण क्षेत्र में प्रवेश का पर्याय तलाशना पडेगा.
* तंत्रनिकेतन का डिप्लोमा करने प्राथमिकता
वर्तमान में कौशल्य विकास की तरफ सर्वाधिक झुकाव है. 10 वीं के बाद विभिन्न विषय के शॉर्ट टर्म कोर्स विद्यार्थी करते है. इसमें सर्टीफिकेट और डिप्लोमा ऐसे दो कोर्स रहते है. 10 वी उत्तीर्ण हुए विद्यार्थी तंत्रनिकेतन का डिप्लोमा मिलने में प्राथमिकता देते है. क्योंकि डिप्लोमा प्राप्त विद्यार्थियों को अभियांत्रिकी के द्वितीय वर्ष में सीधा प्रवेश मिलता है. डिप्लोमा कोर्स तीन साल का है. इसमें मेकॅनिकल इंजिनीयर, टेक्सस्टाईल इंजिनीयरिंग, इलेक्ट्रीकल इंजिनीयरिंग, सिवील इंजिनीयरिंग, आयसी इंजिनीयरिंग, ईसी इंजिनीयरिंग, मायनिंग इंजिनीयरिंग को प्राथमिकता देते है.
* शहर के ज्युनिअर कॉलेज में 20468 सीटे
शहर में इस बार 11 वीं प्रवेश के लिए 20468 सीटे है. इसमें कला शाखा में 3590, वाणिज्य शाखा में 2890, विज्ञान शाखा में सर्वाधिक 7300 तथा एमसीवीसी अभ्यासक्रम के लिए 2660, तंत्रनिकेतन के 6 महाविद्यालयो में 1320 तथा आयटीआय की 2708 सीटे है.