अमरावती/दि.31- जिले में बारिश के सीजन पश्चात छोटी-बडी रंगबिरंगी तितलियों का दिखाई पडना साधारण बात है. यह तितलियां बहुत सुंदर होती है. आपका ध्यान बरबस आकृष्ट करती हैं. आपको लुभाती हैं. परिसर की शोभा बढाती है. जिले में जैव विविधता काफी प्रमाण में मौजूद है. इसी का सुफल है कि 200 से अधिक प्रजाति की तितलियां यहां है.
* केवल 17 दिनों की जिंदगी
तितलियों के संशोधकों ने बताया कि वह फूलों की आस में बगीचों में उडती है, बहुत चंचल होती हैं. उन्हें पकडने का प्रयास करने पर तुरंत उड जाती है. नाजुक होती है. उन्हें पकडने की कोशिश नहीं करने का आग्रह तितली निरीक्षक करते हैं. उनका कहना है कि केवल 15 से 20 दिनों की उम्र उनकी होती है.
* बढा देती बगीचे की शोभा
तितलियों का रंगीन स्वरुप सभी को लुभाता है. आपके गमलों में उगे पौधों के आसपास भी तितलियां मंडराती होंगी. ऐसे ही तितलियों के कारण बाग बगीचों की शोभा बढ जाती है. वे अपनी छोटी सी जिंदगी में लोगों को सुंदरता, चंचलता का संदेश दे जाती है. वे रात में पेड पौधों पर ठहरती हैं.
* क्या कहते हैं निरीक्षक
तितली निरीक्षक जयंत वडतकर कहते हैं कि सावन, भाद्रपद में तितलियां प्राय: नजर आती हैं. शहर के बगीचों में उन्हें मंडराते देखा जा सकता है. ठंड के दिनों तक अब उनका मंडराना जारी रहेगा. अमरावती में पिकॉक पेंसिल, मखमली मनु, चेस्टनट, बॉब, कॉमन लेपर्ड, सनबिम, बेरोनेट, ग्रॉस डेमॉन आदि तितलियां हैं.