पश्चिम विदर्भ में 24 हजार से अधिक पर्यावरण प्रेमी बिजली ग्राहक
गो-ग्रीन सेवा में प्रत्येक बिल में 10 रुपए की छूट
अमरावती/दि.3-पश्चिम विदर्भ के 24, 247 पर्यावरण प्रेमी ग्राहकों ने बिजली बिल को नकारते हुए कागज का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर महावितरण की गो-ग्रीन सेवा का लाभ लिया है. बिजली बिल के लिए ई-मेल व एसएमएस का पर्याय चुने जाने से इन ग्राहकों को हर महीने मेें प्रत्येक बिजली बील में 10 रुपए तो वर्ष में 120 रुपए की छूट दी जाती है.
महावितरण के गो-ग्रीन योजना से बिल के लिए कागज का इस्तेमाल बंद किया जाता है. लेकिन बिजली बिल की हर माह की कॉपी संगणक में सॉफ्ट कॉपी में जतन कर रखने की सुविधा उपलब्ध है. सद्य स्थिति में पश्चिम विदर्भ के 24 हजार 247 बिजली ग्राहकों ने महावितरण के गो-ग्रीन योजना में सहभाग लिया है. इनमें अमरावती 6, 885, यवतमाल 4,720, अकोला 4,744, बुलढाणा 5,657 एवं वाशिम जिले के 2,244 ग्राहकों का समावेश है.
पर्यावरण का र्हास टालने के लिए महावितरण की ओर से गो-ग्रीन योजना शुरु की गई है. इसमें बिजली बिल कागज की बजाए सिर्फ ई-मेल व एसएमएस का पर्याय दिया जाता है. महावितरण के पर्यावरण पूरक सेवा के लिए प्रोत्साहन के रुप में ग्राहकों को प्रति बिल में दस रुपए सहूलियत दी जाती है. जिसके चलते बिजली बिल में वार्षिक 120 रुपए बचत होती है. बिजली बिल तैयार होने के बाद तुरंत ही ई-मेल व एसएमएस द्वारा हर माह बिजली बिल प्राप्त होने से ग्राहकों को प्रॉम्प्ट पेमेंट सहित वह तत्काल ऑनलाईन भरने की सुविधा उपलब्ध होती है. महावितरण के ुुु.ारहरवळीलेा.ळप अधिकृत संकेतस्थल पर चालू महीने का बिजली बिल मूल स्वरुप में उपलब्ध रहता है. आवश्यकतानुसार बिजली ग्राहकों को वह डाऊनलोड करने या मूल स्वरुप में रंगीन प्रिंट करने की सुविधा है. महावितरण ग्रो-ग्रीन योजना का पर्याय चयन करने ग्राहकों ने बिजली बिल पर छपे हुए जीजीएन इस 15 अंकों के क्रमांक का पंजीयन महावितरण मोबइल एप द्वारा या संकेतस्थल केhttp://billing.mahadiscom.in/hogreen.phpलिंक पर जाकर करना होगा. इस बाबत अधिक जानकारी महावितरण के www.mahadiscom.in इस संकेतस्थल पर उपलब्ध है.