अमरावती/दि.7– पहले ही अतिवृष्टि के कारण संकट से घिरे किसानोें को अगस्त माह से पशुधन पर लम्पी रोग का छाया मंडराने से उन्हें नए संकट का सामना करना पडा. लम्पी ने अब तक जिले में 930 गांव अपनी चपेट में लिए है. इसमें करीबन 38 हजार मवेशी बाधित हुए थे. इसमें से 37 हजार 412 पशुधन लम्पी रोग से बच गए है. वर्तमान में 588 पशुधन इस बीमारी से बाधित है. जबकि अब तक 2500 पशुधन की मृत्यु हुई है.
जिले में जिन पशुधन की मृत्यु हुई है उसमें पात्र पशुपालकों को शासन व्दारा नुकसान भरपाई भी दी गई है. जिले में लम्पी रोग का प्रादुर्भाव कम होने से पशुपालकोें को राहत मिली है. परिणामस्वरुप अब जिला लम्पी रोग मुक्त की तरफ बढ रहा है, ऐसा जिला पशु संवर्धन अधिकारी डॉ. पुरुषोत्तम सोलंके ने कहा. अगस्त माह से लम्पी का प्रकोप जिले में शुरु हुआ था तब से अब तक 14 तहसीालों के 930 गांव के पशुधन लम्पी रोग से बाधित हुए है. यह आंकडा 38 हजार तक पहुंचा है. इनमें से 37 हजार 412 पशुधन लम्पी रोग से बचे है. जबकि 588 पशुधन वर्तमान स्थिति में बाधित है.
* जिले में शत-प्रतिशत टीकाकरण
जिले में पिछले वर्ष अगस्त माह से लम्पी रोग का प्रादुर्भाव बढा था, लेकिन अब पशुधन पूरी तरह ठीक हुए है. वर्तमान स्थिति में एक से दो मवेशी बाधित पाए जा रहे है. जिले में शत-प्रतिशत पशुधन का टीकाकरण हुआ है. जिला लम्पी रोग से मुक्ति की तरफ बढ रहा है.
– डॉ. संजय कावरे,
आयुक्त पशुसंवर्धन विभाग