4 हजार से अधिक कर्मचारियों ने किया 20 करोड़ के पीएफ विड्रॉल
कोरोना का असर - एम्प्लॉइज प्रोविडंट फंड ऑर्गनाइजेशन को मिली राहत
अमरावती/प्रतिनिधि दि.29 – कोरोना महामारी के चलते आर्थिक स्थिति भी चरमराई है. इस महामारी के दौर में जीवित रहने के लिए जिले के करीबन 4 से अधिक कर्मचारियों ने 20 करोड़ से अधिक रकम का विड्रॉल किये जाने की जानकारी सामने आयी है. जीवन यापन के लिये दूसरा कोई आर्थिक स्त्रोत का पर्याय नहीं रहने से पीएफ का कुछ हिस्से का उपयोग अधिकांश लोगों ने किया है.
यहां बता दें कि बच्चों की पढ़ाई,घर निर्माण कार्य, विवाह,काफी गंभीर बीमारियों के दौरान ही लोग पीएफ की रकम निकालते हैं. लेकिन कोरोना का संकट इससे भी अधिक गंभीर है. इसलिए इस दौर में जीवन गुजारने के लिये पहली बार पैसा उपलब्ध करवाया गया है. वैश्विक महामारी कोरोना विपदा का अहसास सभी ने किया है. इससे पहले कभी इतनी लंबी चलने वाली प्राकृतिक आपदा का सामना संपूर्ण विश्व ने नहीं किया है. मनुष्य का जीवनयापन जारी रखने के लिये प्रत्येक सरकार को अलग-अलग प्रयोग करने पड़े हैं. भारत सरकार के अधीनस्थ आने वाले एम्प्लॉइज प्रोविडंट फंड ऑर्गनाइजेशन ने भी ऐसा ही एक कदम उठाते हुए अनेकों को राहत दी है. इसी कड़ी में कामगार, कर्मचारियों की इपीएफओ के पास जमा की रकम का एक हिस्सा संबंधितों को उपलब्ध कराकर दिया है.
कामगारों के मासिक वेतन (बेसिक + डीए)तिगुना अथवा पीएफ के तौर पर जमा रहने वाली रकम के 75 फीसदी में से जो रकम कम होगी, उतनी रकम का पीएफ विड्रॉल करने की सहूलियत प्रत्येक को दी गई. इस योजना का लाभ कोई भी आर्थिक पर्याय नहीं रहने वाले अधिकांश कामगार कर्मचारियों ने लिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के डेढ़ हजार से अधिक कंपनियों, प्रतिष्ठानों, कारखानों, होटल, रेस्टोरेंट, शासकीय तथा निजी कार्यालयों को विविध प्रकार की सेवाएं उपलब्ध कराने वाले एनजीओ ने इपीएफओ का कवच स्वीकार किया है. जिससे 15 हजार से अधिक कर्मचारी, मजदूर इपीएफओ के दायरे में आये हैं. उनके वेतन-मानधन से प्रति माह पीएफ की रकम की कटौती की जा रही है. यह रकम सीधे मालिकों व्दारा भरी जाने से सभी कोरोना काल में इसका लाभ लेने के पात्र बने हैं. अब तक 4 हजार से अधिक कामगार कर्मचारियों ने योजना का लाभ लिया है.
कोरोना काल में अनेक कामगार कर्मचारियों के रोजगार छीन गये हैं. इस दौर मेंं कुछ लोगों को बगैर वेतन के नौकरी करनी पड़ी तो कुछ को कम वेतन में ही जीवन यापन करना पड़ा है.इस स्थिति में कामगार कर्मचारियों के अधिकार का पैसा उनके काम आ सके, इसलिए इपीएफओ ने यह सुविधा उपलब्ध करवायी है.
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अब भी है विकल्प
इपीएफओ से रकम वापस लेने का विकल्प अब भी चल रहा है. इपीएफओ के अकोला मुख्यालय में सोमवार को जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार अमरावती संभाग में 10 हजार 91 कर्मचारियों ने 42 करोड़ 81 लाख 39 हजार 171 रुपए का पीएफ विड्रॉल किया है. फिलहाल यह प्रक्रिया चल रही है. इसलिए जिन्हें आवश्यकता है, वे पीएफ की रकम का लाभ ले सकते हैं.
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सरकार की अन्य कुछ सहूलियतें
कोरोना काल में सरकार ने कर्मचारियों के लिए सहूलियतें जारी की है. जिसके पास पीएफ है,उन्हें रकम विड्रॉल करने का मौका उपलब्ध है, लेकिन नये से इपीएफओ का कवच स्वीकार करने वाली कंपनियों, कारखानों, प्रतिष्ठानों, संस्थान में दो वर्षों तक की रकम भरने की जिम्मेदारी सरकार ने उठाई है. इस संस्था में कार्यरत कर्मचारी, नियुक्त लोगों के हिस्से की रकम सरकार अपनी तिजोरी से भरेगी.
– सुशांत पाटील, सहायक आयुक्त,एपीएफओ