धामणगांव तहसील में ४० से अधिक गांव डेंगू की चपेट में
निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़
अमरावती/दि.१-धामणगांव रेलवे तहसील में ४० से अधिक गांव बीते पखवाडे से डेंगू की चपेट में है. डेंगू से पीड़ित मरीजों से निजी अस्पताल भी हाऊसफुल हो चुके है. लेकिन ग्रामपंचायत प्रशासन के पास निधि नहीं होने से कीटनाशक दवा का छिड़कांव करने की दिक्कतें भी आन पड़ी है.
यहां बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर का असर कम होते जा रहा है. वहीं अब ग्रामीण इलाकों में दो से १७ वर्ष आयू समूह के बच्चों को डेंगू बीमारी ने जकडना शुरू किया है. बुखार का कम ज्यादा प्रमाण, चमडी पर फुंसी, नींद ज्यादा आना, भ्रम, सांस फूलना, लगातार उल्टीयां, पेटदर्द, सूजन, शरीर ठंडा पडना, ब्लडप्रेशन कम होना आदि डेंगू के लक्षण बच्चों में पाए जा रहे है. शहर सहित ग्रामीण इलाकों के मरीज भी निजी अस्पताल में उपचार के लिए आने से अस्पताल फुल हो चुके है.
तहसील में डेंगू बुखार का प्रकोप बढते जा रहा है. लेकिन डेंगू पर नियंत्रण पाने के लिए ग्रामपंचायत प्रशासन के पास छिडकांव के लिए निधि नहीं है. पंद्रहवे वित्त आयोग के अनेक गांव के कृति प्रारूप भी तैयार है. लेकिन ग्रामसेवकों के डिजीटली हस्ताक्षर नहीं होने से निधि खर्च कर नहीं किया जा सकता. कोरोना काल के दो वर्षों में पानी और घर टैक्स वसूली नहीं होने से गांव में स्वास्थ्य सुविधा और छिड़कांव करने के लिए निधि नहीं है. इसीलिए डेंगू बुखार पर उपाययोजनाएं कैसी की जाए यह सवाल भी ग्रामपंचायत पदाधिकारियों के सामने बना हुआ है.
बडनेरा में पाये गये डेंग्यू के 4 मरीज
विगत कुछ दिनों से अमरावती शहर सहित जिले में डेंग्यू की बीमारी पांव पसार रही है और अब तक एक 22 वर्षीय युवती की इस बीमारी की वजह से मौत भी हो चुकी है. वहीं अब अमरावती मनपा अंतर्गत आनेवाले बडनेरा उपनगर में डेंग्यू के 4 संक्रमित मरीज पाये गये है. ध्यान दिला दें कि, मंडल न्यूज द्वारा विगत करीब 11 दिनों से अमरावती मनपा के विभिन्न इलाकों में व्याप्त कचरे व गंदगी की समस्या के साथ-साथ साफ-सफाई की अव्यवस्था तथा डेंग्यू व चिकन गुनिया जैसी बीमारियों के प्रादुर्भाव को लेकर लगातार आवाज उठाई जा रही है. किंतु बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही और हालात में कोई विशेष सुधार नहीं हुए है. अलबत्ता प्रशासन द्वारा कुछ लिपापोती करने का प्रयास जरूर किया जा रहा है.
गुरूकूंज में 16 वर्षीय बच्चे की डेंग्यू से मौत
कुछ दिनों पूर्व गुरूकूंज मोझरी स्थित श्री गुरूदेव आयुर्वेदिक अस्पताल की प्रसूति विशेषज्ञ डॉ. माधुरी भोयर की डेंग्यू संक्रमण की वजह से मौत हुई थी. यह मामला अभी ताजा ही था कि गुरूकूंज स्थित लिटील स्टार इंग्लिश स्कूल के संचालक हसन खान पठाण के 16 वर्षीय बेटे इब्राहीम पठाण की डेंग्यू संक्रमण के चलते नागपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई. 16 वर्षीय इब्राहीम पढाई-लिखाई में काफी होशियार था और हाल ही में उसने कक्षा 10 वीं के परिणाम में 93 फीसद अंक हासिल किये थे. इसके अलावा पर्यावरण का संतुलन बनाये रखने हेतु इब्राहीम ने 20 हजार पेड लगाने का भी संकल्प किया था. जिसमें से उसने करीब डेढ से दो हजार पेड भी लगाये थे. लेकिन अपना संकल्प पूरा करने से पहले ही इब्राहीम डेंग्यू संक्रमण का शिकार हो गया.