500 से अधिक ने लिया नेत्र व स्वास्थ जांच शिविर का लाभ
50 से अधिक रक्त बोतल हुई संकलन
रास्ता सुरक्षा अभियानांतर्गत प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में आयोजन
अमरावती/दि.03– प्रादेशिक परिवहन कार्यालय अमरावती की ओर से रास्ता सुरक्षा अभियानांतर्गत आटो रिक्षा व स्कूल बस वाहन चालको के लिए स्वास्थ जांच शिविर का आयोजन आज शुक्रवार 2 फरवरी को किया गया. इस शिविर में लगभग 500 से अधिक नागरिकों ने स्वास्थ जांच का लाभ लिया व 50 से अधिक लोगों ने रक्तदान किया.
शिविर कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर प्रमुख अतिथी के रुप में पूर्व उपमहापौर विलास इंगोले, ऑटो मालक-चालक संगठन के नितीन मोहोड, श्रीशिवाजी शिक्षण संस्था के सचिव दिलीपबाबू इंगोले, पीडीएमसी के पूर्व डीन डॉ. पद्माकर सोमवंशी, इर्विन अस्पताल के कार्यक्रम अधिकारी अजय साखरे उपस्थित थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रादेशिक परिवहन अधिकारी राजाभाऊ गीते ने की. दिन ब दिन रास्ते पर दुर्घटना का परिणाम बढ रहा है. हर वर्ष लाखों व्यक्ति दुर्घटना में अपनी जान गवा रहे है, वही कई लोग दुर्घटना में अपगत्व का शिकार हो रहे है. ऐसे व्यक्ति व उनके परिवार को आर्थिक व मानसिक परेशानी से लडना पडता है. जिसके लिए प्रादेशिक परिवहन विभाग की ओर से जनजागृती के लिए विभिन्न तरह के उपक्रम चलाए जा रहे है. ’सडक सुरक्षा-जीवन रक्षा ’ यह इस वर्ष का रास्ता सुरक्षा अभियान का घोष वाक्य बनाया गया है. जिसके चलते अभियान चलाया जा रहा है. रास्ता सुरक्षा परिवहन विभाग के महत्तव के जवाबदारी में से एक है. इसके लिए परिवहन विभाग की ओर से रास्ता सुरक्षा संदर्भ में वाहन चालकों व वाहन चलाने वाले को कौशल्य का प्रशिक्षण, स्वास्थ जांच व मार्गदर्शन किया जाता है. स्वास्थ शिविर को डॉ. पंजाबराव देशमुख मेडीकल कॉलेज की रक्त संकलन टीम व डॉक्टरों ने सहयोग दिया. शिविर के माध्यम से आटो रिक्षा व स्कूल बस वाहन चालकों का बीपी, मधुमेह, नेत्र जांच व हृद्य स्पंदन सहित विभिन्न तरह की जांच की गई. जिसमें 500 से अधिक नागरिकों ने लाभ लिया. शिविर दौरान रक्तदान शिविर लगभऊग 50 से अधिक लोगों ने रक्तदान किया. स्वास्थ जांच में वाहन चालकों के बीच गंभीर बिमारी पाई जाने पर उन्हें सिफारिस पत्र देकर जिला सरकारी अस्पताल में आगे की जांच व उपचार हेतु भेजा गया. इसी तरह से कल शनिवार 3 फरवरी को भी प्रादेशिक परिवहन कार्यालय के प्रांगण में सुबह 11 बजे से शिविर प्रारंभ रहेगा. ऐसी जानकारी प्रा.परि. अधिकारी राजाभाऊ गिते ने दी.