हिंसा व तोडफोड मामले में एक हजार से अधिक नामजद, दो गिरफ्तार
वीडियो फूटेज खंगालते हुए आरोपियों को खोज रही पुलिस
अमरावती/दि.12 – गत रोज स्थानीय संभागीय राजस्व आयुक्तालय के समक्ष तोडफोड व पत्थरबाजी करने वाले आंदोलनकारियों की अमरावती पुलिस द्वारा अब सरगर्मी के साथ तलाश की जा रही है. उस घटना को लेकर शहर पुलिस ने एक हजार से अधिक लोगों के खिलाफ सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, सरकारी कामकाज में बाधा डालने गैरकानून रुप से इकठ्ठा होने तथा हिंसा व तोडफोड करने जैसे मामलों को लेकर धारा 353, 333 व 332 के तहत अपराध दर्ज किया है. साथ ही इस मामले में सुनील रायबोले व पांडुरंग राक्षसकर नामक दो लोगों को पुलिस ने बीती रात ही अपनी हिरासत में लिया. वहीं गत रोज की घटना को लेकर सामने आये वीडियो फूटेज के आधार पर पुलिस अब उक्त हिंसक आंदोलन में शामिल एक-एक व्यक्ति की सरगर्मी के साथ तलाश कर रही है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक आज सुबह ही इस विषय को लेकर शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी व पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल के बीच लंबी चर्चा हुई. जिसके बाद डीसीपी सागर पाटिल ने एसीपी अरुण पाटिल, शिवाजी बचाटे व हनुमंत गिरमे तथा पीआई रेखा लोंधे व सेकंड पीआई करे के साथ बैठक करते हुए मामले में कार्रवाई करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये. साथ ही शहर के सभी थाना क्षेत्रों में कानून व व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने हेतु व्यापक बंदोबस्त लगाये रखने की हिदायत भी दी गई.
बॉक्स/फोटो- 0716 शुभम तथा मंडल न्यूज ग्रुप पर
* आयुक्तालय, कलेक्ट्रेट व इर्विन चौराहे पर कडा बंदोबस्त
गत रोज हुए हिंसक आंदोलन के बाद शहर पुलिस द्वारा संभागीय राजस्व आयुक्तालय व जिलाधीश कार्यालय सहित इर्विन चौराहे पर तगडा बंदोबस्त लगाया गया है. इसके अलावा शहर की गई दलित बस्तियों पर भी पुलिस द्वारा पैनी नजर रखते हुए दलित एवं आंबेडकरी संगठनों के पदाधिकारियों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है.
* संभागीय आयुक्तालय के सामने अब कोई आंदोलनकारी नहीं
– सभी आंदोलनकारी हुए ‘इधर से उधर’ और ‘अंडरग्राउंड’
विगत 2-3 दिनों से अच्छी खासी गहमा-गहमी से भरा रहने वाला और गत रोज हिंसक आंदोलन का गवाह बन चुका संभागीय राजस्व आयुक्तालय आज सन्नाटे से घीरा दिखाई दिया. बीती शाम से ही आयुक्तालय के आसपास मौजूद पांढरी खानमपुर गांववासी अपने-अपने रास्ते निकलकर ‘इधर से उधर’ होते हुए लगभग ‘अंडरग्राउंड’ हो गये है. इन आंदोलनकारियों में से अब तक एक भी व्यक्ति पांढरी खानमपुर गांव भी नहीं पहुुंचा है, ऐसी जानकारी है. वहीं इनमें से एक भी व्यक्ति कल रात से लेकर आज तक संभागीय आयुक्तालय के सामने भी दिखाई नहीं दिया. वहीं आंदोलनकारियों द्वारा आयुक्तालय के सामने लगाए गए आंदोलन मंडप को बीती रात ही पुलिस द्वारा हटा दिया गया था. जिसके चलते आज संभागीय राजस्व आयुक्तालय में स्थिति पहले की तरह सामान्य दिखाई दी. हालांकि किसी भी संभावित स्थिति से निपटने हेतु संभागीय राजस्व आयुक्तालय सहित जिलाधीश कार्यालय के समक्ष पुलिस का बंदोबस्त लगाकर रखा गया है.