अमरावती

डेढ माह से पांच हजार से अधिक वाहन चालक लाईसेंस की प्रतिक्षा में

कोरे स्मार्ट कार्ड की समय पर आपूर्ति न होने से परेशानी

अमरावती/ दि.18 – वर्तमान में सडक सुरक्षा अभियान शुरु है. प्रत्येक वाहन चालक को यातायात नियमों का पालन कर वाहन चलाने बाबत यातायात पुलिस व आरटीओ व्दारा मार्गदर्शन किया जा रहा है. लेकिन आरटीओ कार्यालय से सभी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद भी करीबन 5 से साढे पांच हजार वाहन चालक ऐसे है जिने अभी तक ड्राईविंग लाईसेंस मिला नहीं है. इस कारण संबंधित वाहन चालकों को वाहन चलाते समय परेशानी का सामना करना पड रहा है.
पिछले कुछ वर्षों से आरटीओ की तरफ से ड्रायईविंग लाईसेस या स्मार्ट कार्ड स्वरुप में दिये जाते है. इस स्मार्ट कार्ड के लिए संंबंधित व्यक्ति को 112 रुपए शुल्क भी अदा करना पडता है. लेकिन पिछले कुछ माह से लाईसेंस निकालने की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद भी लाईसेंस हाथ में आने के लिए काफी प्रतिक्षा करनी पड रही है. पांच से छह माह से लाईसेंस मिलने में विलंब हो रहा है. नियमानुसार 15 दिन में लाईसेंस मिलना अपेक्षित है, लेकिन बाद से आने के कारण अधिक से अधिक तीन सप्ताह तक लाईसेंस घर पहुंचना अपेक्षित है. वर्तमान में दो से ढाई माह बीतने के बाद भी लाईसेंस नहीं मिला है.

स्मार्ट कार्ड में चीप है, लेकिन रिडर जिले में उपलब्ध नहीं
स्मार्ट कार्ड स्वरुप में दिये जाने वाले ड्राइविंग लाइसेंस पर दर्शनी भाग में ही एक चीप है. उस चीप में संबंधित व्यक्ति की संपूर्ण जानकारी रहने की जानकारी आरटीओ ने दी है, लेकिन यह चीप ‘रिड’ करने के लिए आवश्यक चीप रिडर आरटीओ अथवा यातायात पुलिस के पास जिले में उपलब्ध नहीं है. इस कारण स्मार्ट कार्ड दिया जाता रहा तो भी वह देने के पीछे का मकसद अभी भी केवल कागजपत्र पर ही पूर्ण हो रहा है, ऐसा जिले का चित्र है.

ठेकेदार कंपनी से प्रयास
स्मार्ट कार्ड प्रीटिंग के लिए एक निजी कंपनी को ठेका दिया है. उससे लाईसेंस तैयार होने में देरी हो रही है. इसी कारण लंबित लाईसेंस की संख्या बढी है. इस संदर्भ में हमारी तरफ से वरिष्ठ कार्यालय तथा संबिंधत ठेकेदार कंपनी की तरफ प्रयास जारी है.
– राजाभाऊ गिते, उपप्रादेशिक अधिकारी.

Back to top button