दोपहर 4 से रात 8 बजे के बीच होते है सर्वाधिक हादसे
सुबह 4 से 8 के दौरान लगनेवाली झपकी भी साबित होती है खतरनाक
अमरावती/दि.6- शहर पुलिस आयुक्तालय अंतर्गत 10 पुलिस थाना क्षेत्रों में विगत जनवरी से अप्रैल माह के दौरान कुल 177 सडक हादसे घटित हुए. इन सडक दुर्घटनाओं का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि, दोपहर 4 से रात 8 बजे का समय वाहन चालकों के लिए सर्वाधिक खतरनाक साबित हुआ है. क्योंकि इस दौरान सर्वाधिक सडक दुर्घटनाएं घटित हुई है. इसके साथ ही सुबह 4 से 8 बजे के दौरान भी अच्छे-खासे हादसे घटित हुए. जिसके लिए सुबह-सुबह वाहन चलाने के दौरान लगनेवाली झपकी जिम्मेदार है.
उल्लेखनीय है कि, इन दिनों शहर सहित समूचे जिले में रास्ते काफी बेहतर हो गये है. जिसके परिणामस्वरूप रास्तों से गुजरनेवाले वाहनों की रफ्तार अच्छी-खासी बढ गई है, लेकिन इसी रफ्तार की वजह से अब सडक हादसों की संख्या भी बढ रही है.
बॉक्स सेम सेटिंग
* किस समय के दौरान कितने हादसे
रात 12 से सुबह 4 तक – 10
सुबह 4 से 8 बजे तक – 47
सुबह 8 से दोप. 12 तक -12
दोप. 12 से 4 तक – 9
शाम 4 से रात 8 तक – 90
रात 8 से 12 बजे तक – 9
* 177 हादसों में 42 मौतें
शहर यातायात शाखा के अनुसार शहर आयुक्तालय क्षेत्र में जनवरी से अप्रैल माह के दौरान कुल 177 सडक हादसे घटित हुए. जिसमें से 34 हादसों में 42 लोगों की मौत हुई. इसमें 40 पुरूषों व 2 महिलाओं का समावेश रहा.
* गत वर्ष हुए थे 411 हादसे
उल्लेखनीय है कि, विगत वर्ष 2021 में जनवरी से दिसंबर माह के दौरान शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र अंतर्गत कुल 411 हादसे घटित हुए. जिसमें से 80 हादसों में 85 लोगों की मौतें हुई. वहीं 99 हादसों में 147 लोग गंभीर रूप से घायल हुए. इसके अलावा 150 हादसों में 186 लोग छिटपूट तौर पर घायल हुए. विगत वर्ष राष्ट्रीय महामार्ग पर 40, राज्य महामार्ग पर 71 तथा अन्य मार्गों पर 300 हादसे घटित हुए.
* किस रास्ते पर कितने हादसे
26 – राज्य महामार्ग
130 – अन्य रास्ते
21 – राष्ट्रीय महामार्ग
अधिकांश हादसे तेज रफ्तार व अनियंत्रित ढंग से वाहन चलाने की वजह से हुए. वाहन चालकों द्वारा कई बार यातायात नियमों का उल्लंघन करते हुए हवा के साथ स्पर्धा की जाती है, जो गलत है. हादसों को टालने के लिए रफ्तार के साथ ही अपने मन पर भी नियंत्रण रखना बेहद जरूरी होता है.
– डॉ. आरती सिंह
पुलिस आयुक्त, अमरावती शहर