अमरावती

राजस्व व पुलिस के सर्वाधिक घूसखोर फंसे एसीबी के जाल में

संभाग में सालभर के दौरान 85 ट्रैप, 120 आरोपी धरे गये

अमरावती/दि.16 – वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में लॉकडाउन काल के दौरान रिश्वतखोरी के मामलों में कुछ हद तक कमी आयी, लेकिन यह पूरी तरह से खत्म नहीं हुई और सालभर के दौरान अमरावती संभाग के पांचों जिलों में एसीबी द्वारा 85 ट्रैप की कार्रवाई करते हुए 120 आरोपियों को घुसखोरी के मामले में धरा गया. इसमें भी रिश्वतखोरी का सर्वाधिक प्रमाण राजस्व एवं पुलिस महकमे में पाया गया.
वर्ष 2020 में रिश्वतखोरी को लेकर अमरावती संभाग में पुलिस महकमा सबसे अव्वल स्थान पर रहा. जिसमें 24 ट्रैप में 40 आरोपी फंसे. इसमें से सर्वाधिक 7 ट्रैप अकोला जिले में हुए. वहीं दूसरे स्थान पर रहनेवाले राजस्व महकमे में 17 एसीबी ट्रैप में 20 आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किये गये. इसके अलावा वन विभाग में 5, पंचायत समिती में 8, सहकार व महावितरण में 3-3 ट्रैप की कार्रवाई हुई. वहीं शेष ट्रैप में अन्य विभागों का समावेश रहा. वर्ष 2020 के दौरान अमरावती जिले में 25, अकोला में 16, यवतमाल में 16, बुलडाणा में 14 तथा वाशिम जिले में 14 ट्रैप सफल हुए.

वर्षनिहाय ट्रैप

2019 – 103
2020 – 85
2021 – 15

  • वर्ष 2019 के दौरान अमरावती संभाग में एसीबी द्वारा 103 कार्रवाईयां सफलतापूर्वक की गई है. वहीं गत वर्ष लॉकडाउन के दौरान रिश्वतखोरी के मामले घटे. साथ ही जारी वर्ष के दौरान केवल ढाई माह में 15 ट्रैप हुए है. यदि कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत मांगता है, तो नागरिाकों ने बिना डरे एसीबी के पास उसकी शिकायत करनी चाहिए. शिकायतकर्ता का नाम गुप्त रखा जाता है.
    – विशाल गायकवाड
    पुलिस अधिक्षक, एसीबी, अमरावती.

युवा बाबूओं को पैसे की अधिक चाह

एसीबी द्वारा की गई प्राथमिक जांच से पता चलता है कि, 25 से 30 वर्ष आयुगुट वाले सरकारी बाबूओं में जल्द से जल्द पैसा कमाने की अधिक ललक होती है और इस आयुगुटवाले बाबू ही एसीबी के ट्रैप में सबसे अधिक फंसते है. गत वर्ष लॉकडाउन जारी रहने के दौरान भी एसीबी द्वारा रिश्वतखोरी के मामलों पर कडी नजर रखी गयी थी. लेकिन वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में शिकायतें ही काफी कम आयी. वहीं वर्ष 2021 में 1 जनवरी से 15 मार्च के दौरान एसीबी द्वारा सफलतापूर्वक 15 ट्रैप किये गये. जिसमें 20 रिश्वतखोर धरे गये. इस वर्ष अमरावती में 6, बुलडाणा में 4, यवतमाल व वाशिम में 2-2 तथा अकोला में 1 ट्रैप लगाया गया था. ढाई माह के दौरान पुलिस महकमे में 3 एवं राजस्व महकमे में 2 ट्रैप सफल हुए है.

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