अमरावती

युवाओं के कोरोना संक्रमित होने का प्रमाण सर्वाधिक

महिलाओं की अपेक्षा पुरूष मरीजों की संख्या दोगुनी

अमरावती प्रतिनिधि/दि.१२ – कोरोना संक्रमण के शुरूआती काल में अंदाज लगाया गया था कि, इस बीमारी का सर्वाधिक खतरा छोटे बच्चों व बडे बुजुर्गों को है. साथ ही महिलाएं व विशेषकर गर्भवति महिलाएं इस बीमारी की चपेट में बडे पैमाने पर आ सकती है. लेकिन अमरावती जिले में वास्तविकता इससे बिल्कूल अलग है. यहां पर अब तक पाये गये कुल संक्रमितों में सर्वाधिक ३९ प्रतिशत संख्या युवाओं की है और महिलाओं की तुलना में पुरूषों के संक्रमित होने का प्रमाण करीब दोगुना अधिक है. कोरोना संक्रमितों की आयु व लिंग के आधार पर स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा विश्लेषणात्मक आंकडे जारी किये गये है. जिसके आधार पर उपरोक्त विश्लेषण सामने आया है. ज्ञात रहें कि, अमरावती जिले में कोरोना का सबसे पहला संक्रमित मरीज शहर के हाथीपूरा परिसर में पाया गया था. जिसके बाद कोरोना का सर्वाधिक संक्रमण ३० से ४० वर्ष आयुगुटवाले मरीजों में हुआ. जिसमें ऐसे मरीजों की संख्या ३ हजार ४३ व कुल कोरोना संक्रमितों की तुलना में प्रमाण १९.९६ प्रतिशत रहा. वहीं २० से ३० आयुगुट वाले २ हजार ९४५ कोरोना संक्रमित मरीज पाये गये. यह कुल संक्रमितों की तुलना में १९.३२ फीसदी संख्या है. यदि इन दोनों आयुगुटों का संयुक्त तौर पर विचार किया जाये, तो अब तक २० से ४० वर्ष आयुगुटवाले ५ हजार ९८८ यानी ३९.१८ फीसदी मरीज पाये गये है.

जिले में दस वर्ष से कम आयुवाले बच्चों में संक्रमण का प्रमाण सबसे कम है. विगत छह माह की कालावधी के दौरान कुल ४३७ बच्चे कोरोना संक्रमित पाये गये है. यह २.८६ प्रतिशत संख्या है. इसके अलावा इस दौरान ८० वर्ष से अधिक आयुवाले १५७ यानी १.०३ प्रतिशत मरीज पाये गये है. वहीं ७० से ८० वर्ष आयुगुटवाले ६३१ यानी ४.१४ फीसदी मरीज पाये गये. ऐसे में कहा जा सकता है कि, छोटे बच्चों एवं वयोवृध्द नागरिकों में कोरोना संक्रमण का सर्वाधिक खतरा रहने का अनुमान अमरावती में गलत साबित हुआ है और यहां पर युवा एवं मध्यम आयुवर्गवाले मरीजों की संख्या सर्वाधिक रही.

  • ६५.४५ प्रतिशत पुरूष – ३१.५५ प्रतिशत महिलाएं

जिले में कोरोना संक्रमण काल के छह माह के दौरान – ९७४८ पुरूषों को कोरोना संक्रमण ने चपेट में लिया. यह सर्वाधिक ६५.४५ फीसदी है. – ५४९४ महिलाएं भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आयी. यह ३१.५५ फीसदी संख्या है. –

३०-४० आयुगुट में अब तक पाये गये मरीजों में महिला मरीजों की संख्या सर्वाधिक रहने की जानकारी सामने आयी है.

  • किसी भी स्थान पर दूसरों के साथ छह फीट की शारीरिक दूरी रखने, सैनिटाईजर व साबून से बार-बार हाथ धोने को सबसे अधिक महत्व दिया जाना चाहिए. इस समय दिनोंदिन कोरोना संक्रमण का खतरा बढ रहा है. लेकिन बावजूद इसके लोगबाग इस नियम की अनदेखी कर रहे है. चेहरे की बजाय अपनी ठुड्डी पर मास्क लगानेवाले अधिकांश लोगोें को कोरोना संक्रमण होने का खतरा होता है.

अमूमन युवा वर्ग के लोग अपने कामकाज के चलते घरों से बाहर निकलते है और कोरोना संक्रमण की चपेट में आते है. ऐसा संक्रमितों के आंकडों को देखकर कहा जा सकता है. अपने कामकाज के लिए घरों से बाहर निकलनेवाले सभी लोगों ने अपनी और अपने परिवार की स्वास्थ्य सुरक्षा की ओर ध्यान देना चाहिए. – डॉ. श्यामसुंदर निकम जिला शल्य चिकित्सक

 

  • आयुगुट निहाय कोरोना संक्रमित

आयुगुट             संक्रमित       प्रतिशत    

० से १०               ४३७             २.८६

११ से २०            १०१९              ६.६८

२१ से ३०           २९४५            १९.३२

३१ से ४०           ३०४३            १९.९६

४१ से ५०          २८१४             १८.४६

५१ से ६०          २५७३            १६.८८

६१ से ७०          १६२१              १०.६३

७१ से ८०          ६३१               ४.१४

८१ से ९०          १५७              १.०३

 

 

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