अमरावती/दि. ५- जिले सहित राज्य के किसानों को एक बाद एक संकट का सामना करना पड़ रहा है. प्राकृतिक आपदा तथा अन्य संकट से घिरे किसानों के समक्ष आत्महत्या के अलावा कोई विकल्प नहीं होता. इस वर्ष दस महिने में २४७ किसानों ने आत्महत्या की है राज्य में सर्वाधिक किसान आत्महत्या अमरावती जिले में होने से चिंता बढ़ गई है. जिले में वर्ष २०२१ से किसान आत्महत्या का प्रमाण दर्ज किया जाता है. इसके अनुसार जिले में अब तक ४८४७ किसानों ने खुदकुशी की. इसमें २३९५ मामले शासन मदद के लिए अपात्र ठहराया गया है. अब तक ५५ मामले लंबित है. विशेष बात यह है कि, आत्महत्या करने का निर्णय किसान क्यों लेते है, इसका कारण जानने के लिए कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने मेलघाट में मुक्काम किया था.
५५ मामले लंबित
दस महिने में मृतकों में से १६७ मामले मदद के लिए पात्र ठहराए गए है. तथा २५ मामले अपात्र व ५५ मामले लंबित है. जिला समिति में वर्तमान में सभी विधायकों का समावेश है.
जनवरी से अप्रैल में सर्वाधिक आत्महत्या
जिले में जनवरी से अप्रैल महिने में सबसे अधिक किसान आत्हत्या हुई है. जनवरी में २९, फरवरी में २४, मार्च में ३४, अप्रैल में ३७, मई २८, जून २३, जुलाई १७ अगस्त १८, सितंबर १२ और अक्टूबर में १५ किसानों ने मौत को गले लगाया.