अमरावतीमहाराष्ट्र

रात 8 से 2 बजे तक सर्वाधिक विद्युत आपूर्ति खंडित, रोजाना 300 शिकायते

बिजली की बढती मांग के चलते महावितरण पर बढा काम का बोझ

* कम-अधिक विद्युत दाब पर कूलर व एसी का चलना हुआ मुश्कील
अमरावती/दि.29– इस समय तापमान काफी अधिक बढा हुआ है. जिसके चलते पंखे, कूलर व एसी का जमकर प्रयोग किया जा रहा है. जिसकी वजह से बिजली की मांग काफी अधिक बढ गई है. जिसे पूरा करने के चक्कर में महावितरण की मांग व आपूर्ति का समीकरण गडबड रहा है और इसका असर शहर के विद्युत उपभोक्ताओं पर पड रहा है. क्योंकि शहर के अधिकांश इलाको में लगभग रोजाना ही विद्युत आपूर्ति खंडित हो रही है और महावितरण के पास शहर में रोजाना बिजली गुल होने की 300 से सवा 300 शिकायते प्राप्त हो रही है. इसमें विद्युत आपूर्ति खंडित होने की सर्वाधिक घटनाएं रात 8 से 2 बजे के बीच होने की जानकारी है.
बता दें कि, विगत 10 दिनों से अमरावती शहर में तापमान 44 डिग्री सेल्सीअस के आसपास जा चुका है और सुबह 10 बजे से ही वातावरण गर्म होना शुरु हो जाता है. ऐसे में सुबह से ही कूलर व पंखे सहित एसी शुरु हो जाते है. पूरा दिन कडी धूप व गर्मी रहने के बाद शाम के वक्त अच्छी-खासी उमस होने लगती है. ऐसे में शाम के समय भी विद्युत उपकरणों का जमकर प्रयोग होता है. दिन के समय तो सौर उर्जा के चलते महावितरण पर काम का बोझ कम रहता है, परंतु शाम 7 बजे के बाद पूरी तरह से पारंपरिक बिजली पर निर्भर रहना पडता है और इसी समय रात 8 बजे से आधी रात 2 बजे के दौरान बिजली की सर्वाधिक मांग रहती है और यह वक्त लोगों के सोने का समय रहता है. परंतु ठीक इसी वक्त लगभग रोजाना ही बिजली गुल हो जाती है. जिससे लोगों को काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडता है और महावितरण के भारी-भरकम विद्युत बिलों की अदायगी करने के बावजूद रात के वक्त बिजली गुल हो जाने के चलते अंधेरे व उमस में रहना पडता है.

* अभियंताओं के आंदोलन का भी काम पर असर
इस समय महावितरण के कनिष्ठ अभियंताओं से लेकर अतिरिक्त अभियंता पद तक सभी अभियंताओं द्वारा आंदोलन किया जा रहा है. जिसके तहत आंदोलनकारी अभियंताओं ने अपने पास रहनेवाले महावितरण के मोबाइल क्रमांक अपने वरिष्ठों के मोबाइल नंबरों पर डायवर्ड कर दिए है. जिसके चलते विद्युत उपभोक्ताओं का अभियंताओं के साथ कोई संपर्क नहीं हो पा रहा.

* 16 मेगावैट से बढी मांग, आपूर्ति कम
शहर में विगत 10 दिनों का विचार करने पर रोजाना 65 मेगावैट बिजली की मांग हो रही है. जबकि पिछले महिने तक यही मांग 48 से 49 मेगावैट तक थी. जिसमें 16 मेगावैट का इजाफा हुआ है. ऐसे में विद्युत यंत्रणा पर काम का अतिरिक्त बोझ पड रहा है. जिसे दूर करने हेतु महावितरण द्वारा अपनी यंत्रणा को और अधिक सक्षम करने की जरुरत है.

* शहर में 5 नए उपकेंद्र प्रस्तावित
इस समय शहर में 14 उपकेंद्र है. जिसमें से अधिकांश उपकेंंद्रों पर बिजली की बढती मांग के चलते काम का बोझ बढा हुआ है. ऐसे में आगामी समय में अमरावती शहर हेतु 5 नए उपकेंद्र प्रस्तावित किए गए है. फिलहाल इस स्थिति में रोजाना विद्युत खंडित होने को लेकर 300 से 320 शिकायतें प्राप्त हो रही है.
– संजय सरोटे
कार्यकारी अभियंता, अमरावती शहर.

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