चाय टपरी लगाने के लिए मां-बेटे ने चुराई हाथगाडी
पैसो का इंतजाम न रहने से किया यह कृत्य
* नागपुर शहर ताजबाग की घटना
नागपुर/दि.19– परिवार में एक बेटा, एक छोटी बेटी और मां ऐसे तीन सदस्य. घर में कमानेवाला कोई नहीं. इस कारण परिवार की संपूर्ण जिम्मेदारी बेटे गणेश की मां पर थी. मामूली कमाई में घर खर्च नहीं हो रहा था. गणेश कुछ कामकाज करें और परिवार को सहयोग करें, ऐसी मां की अपेक्षा थी. गणेश की सहायता से चाय-नाश्ते की दुकान लगाने का निर्णय लिया गया. इसके लिए एक हाथगाडी की आवश्यकता थी. करीबन 25 से 30 हजार रुपए हाथगाडी को लगनेवाले थे. इतने पैसे कहां से लाना ऐसा प्रश्न मां-बेटे को था. गणेश ने मां को पैसे जमा करने कहा. लेकिन मां ने इतने पैसे जमा करने में असमर्थता दिखाई. इस कारण मां-बेटे ने मिलकर हाथगाडी चुरा ली और वे पकड लिए गए.
जानकारी के मुताबिक बडा ताजबाग निवासी समीर शेख (22) नामक युवक का कपडा विक्री का व्यवसाय है. बेसा पॉवर हाऊस चौक परिसर में सडक किनारे वह हाथगाडी लगाकर कपडे का व्यवसाय करता था. इस हाथगाडी पर छत और छोटे कुप्पे थे. ताला लगाकर वह उसी स्थान पर अपनी गाडी रखता था. गणेश परिसर से हमेशा आना-जाना करता था. उसे सडक किनारे ताला लगा हुआ वह हाथगाडी हमेशा दिखाई देता था. उसे हाथगाडी की आवश्यकता थी. एक सप्ताह तक नजर रखने के बाद वह हाथगाडी लावारिस पडी रहने का अंदेशा कर गणेश ने उसे चुराने का निर्णय लिया. मां-बेटे ने मिलकर वह हाथगाडी चुराई और विरान स्थल पर लेकर गए. ताला तोडने के बाद उन्हें कुछ कपडे दिखाई दिए. लेकिन उन्हें कपडे नहीं बल्कि हाथगाडी की आवश्यकता थी. कपडे घर लाकर रख दिए. वापस हाथगाडी लाने के लिए घटनास्थल पहुंचे. गाडी लेकर जाते समय पुलिस ने उन्हें रोका और हाथगाडी बाबत पूछताछ की. इस कारण दोनों मां-बेटे भयभीत हो गए. गहन पूछताछ में उन्होंने हाथगाडी चुराने की कबूली दी. पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. यह कार्रवाई निरीक्षक नागेशकुमार चातरकर, शैलेश ठवरे, नंदकिशोर तायडे, गणेश बोंद्रे, राजेश धोटे, मुकेश कन्हाने ने की. यह घटना हुडकेश्वर थाना क्षेत्र की है. आरोपी मां-बेटे के नाम गुलमोहर निवासी नीता (40) और गणेश (18) है.