मां ने दूसरी बार दिया बेटे को जीवनदान
अपनी किडनी देकर बचाया अपने कलेजे के टूकडे को
* सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में हुई किडनी प्रत्यारोपण की शल्यक्रिया
* डॉ. अविनाश चौधरी व उनकी टीम ने किया प्रत्यारोपण
अमरावती/दि.21 – स्थानीय विभागीय संदर्भ सेवा रुग्णालय यानि सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में एक मां ने आज एक तरह से अपने बेटे को लगातार दूसरी बार जीवनदान देते हुए उसे पुनर्जन्म दिया. जिसके तहत उस मां ने किडनी संबंधी बीमारी से जुझ रहे अपने बेटे को अपनी एक किडनी दान देकर उसे नई जिंदगी दी. इसके साथ ही सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण की 24 वीं शल्यक्रिया सफलतापूर्वक पूर्ण हुई. जिसे ख्यातनाम किडनी विशेषज्ञ डॉ. अविनाश चौधरी व उनकी टीम द्बारा अंजाम दिया गया.
जानकारी के मुताबिक यवतमाल जिलांतर्गत दिघी गांव निवासी जगदीश दीपक कोरे (31) नामक युवक विगत डेढ वर्ष से किडनी संबंधी बीमारी से त्रस्त था. ऐसे में वह अपनी स्वास्थ्य जांच व इलाज के लिए ख्यातनाम किडनी स्पेशालिस्ट डॉ. अविनाश चौधरी के संकल्प क्रिटीकल केअर व चौधरी डायलिसिस ट्रान्सप्लाँटेशन सेंटर में पहुंचा. जहां पर विगत 6 माह से जगदीश कोरे का नि:शुल्क डायलिसिस किया जा रहा था. क्योंकि जगदीश कोरे के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है. वहीं इस बीच जगदीश की मांग लता दीपक कोरे (56) ने अपने बेटे को अपनी एक किडनी देने की तैयारी दर्शायी. जिसके बाद लता कोरे की सभी तरह की जांच किडनी प्रत्यारोपण समन्वयक नागेश तेलगोटे के मार्गदर्शन में की गई. साथ ही प्रत्यारोपण से संबंधित दस्तावेजों की कार्रवाई वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. अमोल नरोटे, ओएसडी डॉ. मंगेश मेंढे, आरएमओ डॉ. हिवसे, महात्मा ज्योतिबा फुले जनआरोग्य योजना के नोडस ऑफिसर डॉ. श्याम गावंडे, आरएमओ डॉ. माधवी कासदेकर की सलाह के अनुसार किडनी प्रत्यारोपण समन्वयक डॉ. सोनाली चौधरी (राउत) के सहयोग से यवतमाल मेडिकल कॉलेज के साथ मिलकर की गई. जिसके बाद आज 21 जुलाई को डॉ. अविनाश चौधरी के मार्गदर्शन में किडनी प्रत्यारोपण की शल्यक्रिया करते हुए लता कोरे की एक किडनी निकालकर उसे उनके बेटे जगदीश कोरे के शरीर में प्रत्यारोपित किया गया. विशेष उल्लेखनीय है कि, किडनी प्रत्यारोपण की यह शल्यक्रिया महात्मा ज्योतिबा फुले जनआरोग्य योजनांतर्गत पूरी तरह से नि:शुल्क तौर पर की गई.
इस शल्यक्रिया में किडनी सर्जन डॉ. राहुल पोटोडे, डॉ. विक्रम देशमुख, डॉ. राहुल घुले, यूरोलॉजिस्ट डॉॅ. विशाल बाहेकर, डॉ. प्रतिक चिरडे, एनेस्थेसिस्ट डॉ. रोहित हाथगावकर, डॉ. प्रणित घोनमोडे, डॉ. अंजु दामोदर, डॉ. दिपाली देशमुख व डॉ. स्वप्निल मोलके ने प्रमुख भूमिका निभाई. साथ ही इस शल्यक्रिया में आईसीसीयू स्टॉफ की इन्चार्ज सिस्टर सरला राउत सहित जमुना मावस्कर, प्राजक्ता देशमुख, भारती घुसे, योगेश्री पडोले, सुजाता इंगले, रेखा विश्वकर्मा, विजय भुरे, सुरज केवाले, मंगला भेंडकर रंजना डिवटे, नीलेश आत्राम, गजू चौधरी व प्रशांत थेटे, ओटी परिचारिका मोहम्मद राहील, महेश नलवडे व श्याम यमगवली का महत्वपूर्ण सहयोग मिला. इसके साथ ही विगत 6 माह के दौरान डायलिसिस टेक्निशियन विद्या माहुलकर व धर्मा चव्हाण ने भी जगदीश कोरे की काफी सेवा-सुश्रुषा की.
सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में लगातार 24 वीं किडनी ट्रान्सप्लाँट शल्यक्रिया करने वाली टीम को अस्पताल के वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. अमोल नरोटे ने बधाई देने के साथ ही पूरी टीम का अभिनंदन किया है. साथ ही यह भीकहा कि, आने वाले समय में प्रत्येक शुक्रवार को सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में किडनी ट्रान्सप्लाँट की सुविधा नियोजित की जाएगी.