कौंडण्यपुर से रवाना हुई माता रुक्मिणी की पालखी
विधायक राजेश वानखडे ने पालखी का सपत्नीक किया पूजन

* 40 दिन की पैदल वारी कर पालखी पहुंचेगी पंढरपुर
* पैदल दिंडी के आयोजन का इस बार 431 वां वर्ष
अमरावती /दि.4- तिवसा तहसील अंतर्गत कौंडण्यपुर स्थित श्री विठ्ठल-रुक्मिणी संस्थान द्वारा आयोजित पालखी समारोह का विगत 31 मई को शानदार शुभारंभ हुआ. इस अवसर पर तिवसा क्षेत्र के भाजपा विधायक राजेश वानखडे व उनकी पत्नी आरती वानखडे ने हजारों वारकरियों एवं कौंडण्यपुरवासियों की उपस्थिति के बीच माता रुक्मिणी की पालखी का पूजन किया. इस समय रुक्मिणी माता की पादुकाओं का विधिवत पूजन करते हुए उन्हें पालखी में स्थापित किया गया. जिसके बाद यह पालखी गांव में नगर भ्रमण करते हुए गांव की सीमा तक आई और फिर वारकरियों के साथ पादुका व पालखी पंढरपुर की ओर रवाना हुए.
विशेष उल्लेखनीय है कि, कौंडण्यपुर से पंढरपुर हेतु माता रुक्मिणी की पालखी से पैदल वारी की परंपरा 431 वर्षों से चली आ रही है. सन 1594 में संत सदाराम महाराज द्वारा इस परंपरा का प्रारंभ किया गया था. कौंडण्यपुर से रवाना होने के उपरांत रोजाना 15 से 20 किमी की दूरी तय करते हुए यह पालखी 40 दिन पश्चात श्री क्षेत्र पंढरपुर पहुंचेगी. जहां पर 10 मानांकित पालखीयों में से विदर्भ की एकमात्र पालखी के तौर पर कौंडण्यपुर से रवाना हुई माता रुक्मिणी के मायके की पालखी का भी समावेश रहता है.
पालखी प्रस्थान अवसर पर विधायक वानखडे दंपति सहित भाजपा जिला उपाध्यक्ष छाया दंडाले, प्रदीप गौरखेडे, नगरसेवक अनिल थुल, प्रवीण बडकस, दिलीप मोहोकार, अतुल ठाकरे व संदीप सोटे तथा कौंडण्यपुर मंदिर संस्था के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव एवं विश्वस्थ पदाधिकारियों सहित भाविक श्रद्धालुओं की अच्छी-खासी उपस्थिती रही.