रिम्स अस्पताल में मातृ दिवस मनाया गया

अस्पताल में पिछले वर्ष मां बनी माता और उनके शिशुओं को किया आमंत्रित

* डॉक्टरों ने किया मार्गदर्शन
अमरावती/दि.13- अमरावती शहर के प्रसिद्ध रिम्स अस्पताल में सोमवार 12 मई को मातृत्व को सलाम करते हुए मातृ दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया. अस्पताल ने पिछले वर्ष मां बनी सभी माताओं को उनके शिशुओं सहित आमंत्रित किया. उनका स्वागत बेस्ट मॉम ब्रोच से किया गया तथा विभिन्न डॉक्टरों द्वारा मार्गदर्शन दिया गया.
कार्यक्रम का उद्घाटन एवं संचालन सुप्रसिद्ध स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. आशा ठाकरे ने किया. उन्होंने उपस्थित माताओं को मातृ दिवस की शुभकामनाएं दीं और खूबसूरती से समझाया कि एक माँ और उसके बच्चे के बीच के रिश्ते को कैसे पोषित किया जाना चाहिए. डॉ. विशाल भंसाली (शिशु रोग विशेषज्ञ) ने विस्तृत मार्गदर्शन दिया कि शिशु का विकास कैसे सही ढंग से होना चाहिए, किन बातों पर ध्यान देना चाहिए, कब शिशु को स्वस्थ बच्चा कहा जाएगा और उसके लिए कौन सी बातें महत्वपूर्ण हैं. साथ ही, डॉ. नेहल राठी (दंत चिकित्सक) ने सभी माताओं को बताया कि दांत निकलने से पहले ही अपने बच्चे के दांतों की देखभाल कैसे करें, साथ ही बच्चे की अंगूठा चूसने की आदत दांतों के विकास और बोलने पर कैसे असर डाल सकती है. विभिन्न मार्गदर्शन सत्रों के दौरान, उपस्थित कुछ माताओं ने मातृत्व और आरईआईएमएस के बारे में अपने अनुभव साझा किए. कुछ महिलाओं ने यह महसूस किया कि रिम्स हमारा दूसरा घर है. मार्गदर्शन सत्र का समापन रिम्स अस्पताल की वरिष्ठ स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. कल्पना राठी के व्याख्यान के साथ हुआ. जिसमें उन्होंने उचित और सुरक्षित जन्म नियंत्रण विधि तथा दो बच्चों के बीच कितने समय का अंतराल होना चाहिए, के बारे में संक्षिप्त में जानकारी दी थी. डॉ. कल्पना राठी ने गर्भनिरोधक विधि कितनी सुरक्षित और प्रभावी है, इस पर विशेष मार्गदर्शन दिया तथा अनावश्यक गर्भधारण से बचने के लिए क्या उपाय किए जाएं, इसकी भी जानकारी दी.
डॉ. कल्पना राठी ने चिकित्सीय गर्भपात के संभावित दुष्प्रभावों पर विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान किया, जो आजकल बहुत लोकप्रिय है. दो बच्चे पैदा करने के लाभ, दो बच्चों के बीच कितनी दूरी होनी चाहिए तथा इसका उचित एवं सुरक्षित प्रबंधन कैसे किया जाए, इस पर बहुत अच्छा मार्गदर्शन दिया गया. रिम्स अस्पताल में मदर्स डे के अवसर पर स्वस्थ शिशु प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. विशाल भंसाली, डॉ. राजेश शर्मा एवं डॉ. शैलेश जायसवाल ने शिशुओं की निःशुल्क जांच की तथा इसमें से 10 स्वस्थ शिशुओं को अस्पताल की ओर से उपहार दिए गए. इसके अलावा, दो समूहों में विभाजन किया गया था, समय से पूर्व (शॉर्ट टर्म) और पूर्ण-अवधि (फुल-टर्म) बच्चे, और इसमें से दोनों समूहों के बच्चों को प्रथम और द्वितीय पुरस्कार दिए गए. प्रथम पुरस्कार (समय से पहले जन्मे शिशुओं में) योगेश कनोजिया को और दूसरा पुरस्कार लावण्या मोगरे को दिया गया. पूर्ण-कालिक शिशुओं में प्रथम पुरस्कार सैयद इब्राहिम को तथा दूसरा पुरस्कार बाल रोग विशेषज्ञों द्वारा अभिरूप भट्टाचार्य को प्रदान किया गया.
इस कार्यक्रम में कुल 60 माताओं और बच्चों ने भाग लिया और कार्यक्रम का आनंद उठाया. इस अवसर पर उपस्थित लोगों में तेजल मोघे ने आरईआईएमएस में अपने विचार और अनुभव व्यक्त किए. इसमें उन्होंने रिम्स के लिए लिखी अपनी एक कविता प्रस्तुत की तथा डॉ. पूनम राठी के प्रति आभार व्यक्त किया. इसी तरह, डॉ. सारिका मोगरे की मां ने सुरक्षित गर्भधारण और प्रसव में मदद करने, जिससे उन्हें एक सुखद मातृत्व का अनुभव हो सका, के लिए पूनम राठी के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि रिम्स उनके लिए घर जैसा है. इसी प्रकार, माता हिना अढिया और रोशनी गुप्ता ने भी अपने अनुभव व्यक्त किए और रीम्स और डॉ. कल्पना राठी को धन्यवाद दिया. कार्यक्रम का एक आकर्षक हिस्सा सुंदर सेल्फी स्टैंड था, जिसका वहां उपस्थित सभी माताओं ने उत्साहपूर्वक आनंद लिया. इस प्रकार, मातृ दिवस समारोह बड़े उत्साह के साथ मनाया गया.

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