अमरावतीमहाराष्ट्र

माताओं ने चाव से रामलला हेतु बनाए लड्डू

भक्तिधाम में चढेगा 125 किलो भोग

* जलाराम सत्संग मंडल का आयोजन
* परसों राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा
अमरावती/दि.20– अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मौके पर शहर के विभिन्न मंदिरों में लड्डू का प्रसाद बनाने की तैयारियां शुरू हो गई है. शहर के भक्तिधाम मंदिर में महिलाओं ने बडे उत्साह और स्नेह, श्रद्धापूर्वक अपने रामलला के लिए मगद के 101 किलो लड्डू बनाए. जलाराम सत्संग मंडल के अध्यक्ष ने दिलीप भाई पोपट ने बताया कि प्रसाद के तौर मगद के लड्डू बनाने का काम शुक्रवार सुबह के शुरू किया गया है, जो शनिवार के शाम तक पूरा हो जाएगा.उन्होंने बताया कि समय पर लड्डू बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा महिलाएं अपना योगदान दे रही हैं.

* इन माताओं-बहनों ने हर्ष, उत्साह से बनाए हजारों लड्डू
भक्तिधाम में जो महिलाएं मगध के लड्डू मना रही हैं, उनमें चेतना कारिया, शिल्पा शाह, हंसा पोपट, गीता पोपट, राधा पोपट, पूजा
गणात्रा, गौरी आड़तिया, राधा राजा, भावना तेली, सरला तन्ना, हेतल हिंडोचा, छाया राजा, शुभांगी शाह, संगीता दासानी, रीति दासानी, रेखा आडतिया, तारा कक्कड़, हंसा शाह, आशा सादरानी, किरण दावड़ा, सोनल भीमजियानी, सरला तन्ना, चेतना उपाध्याय, दक्षा लोहाणा, जागृति सेदानी, वनिता मेहता, सोनल यागनिक, ज्योति ठक्कर, तरू तन्ना, नीरू कारिया, मंजुलानी आडतिया, सोनल मिरानी, जयश्री आडतिया, रेखा पलण, जिया आडतिया, पूजा आडतिया, हनी भीमजोयाणी, रीमा तन्ना, सीमा शर्मा, गूंजन तेली, मनीषा आड़तिया, शारदा उणडकार, शारदा बेन उनडकाट, हंसा मणितियार, नीरू कारिया, मीनाक्षी आडतिया, चारू सेता, रेखा सेता, निर्मला दावड़ा, हर्षा आडतिया, हर्षा सेठिया, मनीषा आडतिया, तारा सेठिया, मयूरी सेठिया, नीरा कारिया आदि का योगदान रहा.

* सोमवार के कार्यक्रम
दिलीपभाई ने बताया कि मंदिर में 22 जनवरी को तडके 4 बजे अभिषेक होगा. सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक अखंड रामधुन रहेगी. सोमवार को पूरी तरह से राममय बनाने के लिए मंडल के सभी सदस्य अपनी-अपनी तरफ से योगदान दे रहे हैं. मंदिर में बड़ा एलईडी टीवी लगाया जाएगा, ताकि सभी लोग अयोध्या से होने से प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आसानी से देख सकें.

* 5555 राम ज्योति से दिवाली
आज शाम तक तैयार हो जाएगा प्रसाद मंदिर को 5555 दीपों से सजाया जाएगा दिलीपभाई पोपट ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम समाप्त होने के बाद मंदिर में दोपहर 1 से 3 बजे तक महाप्रसाद होगा. शाम 6.30 बजे महाआरती के बाद मंदिर को 5555 दीपों से सजाया जाएगा. इस पावन अवसर को संस्मरणीय बनाने के लिए आतिशबाजी भी की जाएगी. उन्होंने बताया कि इस दीपोत्सव के साथ-साथ मंदिर को रंगबिरंगी लाइटिंग से भी सजाया जाएगा. स्वरश्री कडू और उनकी संगीत टीम की ओर से 22 जनवरी को मंदिर परिसर में एक शाम, राम के नाम नामक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. इस कार्यक्रम में भगवान राम के भजन स्वराश्री तथा उनके साथी कलाकार प्रस्तुति देंगे.

* भक्तिधाम की स्थापना का रोचक इतिहास
धार्मिक तथा आध्यात्मिक चेतना के केंद्र बने भक्तिधाम की स्थापना का अल्प किंतु रोचक इतिहास है. अंबानगरी पावन भूमि है. यहां 1952 में नानालालभाई पंड्या की प्रेरणा से श्री जलाराम सत्संग मंडल की स्थापना की गई. अनेक वर्षो तक सत्संग मंडल ने भाविकों के यहां रामधुन तथा भजनों के कार्यक्रम किए. यह मंडल का एक नित्य आयोजन बन गया. प्रत्येक सप्ताह बिना नागा यह क्रम आज भी चल रहा है. सत्संग मंडल ने वीरपुर की तरह अमरावती में पूज्य जलाराम बाप्पा का मंदिर बनाने की सोची. उपरांत पूज्य संत मोरारी बापू की भव्य रामकथा का आयोजन 1983 में हनुमान अखाडे में किया गया. इस आयोजन से प्राप्त राशि से दो एकड जमीन बाप्पा के मंदिर हेतु खरीदी गई. जहां 1986 में भक्तिधाम बनकर तैयार हुआ. 13 मार्च 1986 को छोटे जलाराम बाप्पा के नाम से प्रसिद्ध पूज्य संत हरी बाप्पा के हस्ते भक्तिधाम मंदिर में राम दरबार और पूज्य जलाराम बाप्पा की प्रतिमा की स्थापना की गई. प्राण प्रतिष्ठा की गई. आज लगभग 38 वर्षो से यहां रोज अपरान्ह राम रोटी तथा प्रत्येक गुरुवार को महाप्रसाद का आयोजन नित्य हो रहा है. महामारी काल में भी यह अनवरत रहा. 1988 पूज्य रमेशभाई ओझा की प्रेरणा से गौसेवा शुरु की गई है. स्व. रोहितभाई पोपट स्मृति अर्थोपेडिक लाइब्रेरी की नि:शुल्क सेवा अपने आप में अनुपम है. जिसमें जरुरतमंद रुग्ण को व्हीलचेयर, कुबडी, बैसाखी, वॉकर, टॉलेयटचेयर आदि उपयोग के लिए नि:शुल्क दिए जाते हैं.

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