अमरावती

तीन साल बाद धारणी में मोती माता दर्शन महोत्सव

५ से १२ जनवरी तक आयोजन, मेलघाटवासियों में उत्साह, व्यापक तैयारियां शुरु

धारणी /दि.३१- तहसील के टिटंबा में मोती माता संस्थान श्रद्धालुओं का आस्था स्थल है. हर साल ग्राम टिटंबा में मोती माता दर्शन महोत्सव बडे़ ही उत्साह से मनाया जाता है. लेकिन कोरोना के कारण पिछले तीन वर्षों से आयोजन नहीं किया गया. इस वर्ष गुरुवार ५ जनवरी से १२ जनवरी तक माताजी के दर्शन महोत्सव का आयोजन किया है. इस महोत्सव में आकर माताजी के दर्शन का लाभ उठाने का आह्वान आयोजकों ने किया है. महोत्सव दौरान विविध धार्मिक कार्यक्रमों के साथ-साथ नृत्य व खेल स्पर्धा भी आयोजित की है. महोत्सव की तैयारियां जोरों पर चल रही है. गुरुवार ७ जनवरी को महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद डॉ.अनिल बोंडे, सांसद नवनीत राणा, कार्यक्रम अध्यक्ष भाजपा के विदर्भ संगठन महामंत्री उपेंद्र कोठेकर, प्रमुख अतिथि भाजपा ग्रामीण जिलाध्यक्ष निवेदिता दिघडे, विधायक रवि राणा,पूर्व पंस सभापति रोहित पटेल, पूर्व तहसील कांग्रेस अध्यक्ष हरेराम मालवीय, विधायक राजकुमार पटेल, पूर्व विधायक प्रभुदास भिलावेकर, केवलराम काले, पूर्व आयुक्त रमेश मावस्कर, पूर्व जिप सदस्य श्रीपाल पाल, आप्पा पाटील, जगदिश हेकडे, संजय लायदे, सीमा घाडगे, प्रकाश घाडगे, समाजसेवी सूरज मालवीय, मेला कमेटी के संस्थापक अध्यक्ष हिरालाल मावस्कर, मेला कमेटी अध्यक्ष हरिराम सावलकर, राजेंद्र सरागे, रमेश जावरकर, केशव सावलकर, पुलिस पटेल संदीप नेवारे, शंकरलाल धांडे, प्रदीप धांडे, प्रेमलाल जावरकर, धोंडिबा मंडे, मुकेश मालवीय गेंदालाल सावलकर, सचिव रामगोपाल मावस्कर आदि सहित अनेक मान्यवर उपस्थित रहेंगे. महोत्सव में शुक्रवार ६ जनवरी को मुख्य कार्यक्रम होगा. सुबह ४ बजे से माताजी का गलप व पूजापाठ होगी. मंदिर के पूजारी रवि धांडे सभी धार्मिक विधि कराएंगे. ७ जनवरी को शंकरपट, वॉलीबॉल, कबड्डी, खम्ब मुकाबला, आदिवासी गादली नृत्य, महिलाओं की कबड्डी स्पर्धा, ८ जनवरी को शंकरपट फायनल, दांडिया नृत्यस्पर्धा का आयोजन किया है. विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए जाएंगे.
सर्कस और झूला मुख्य आकर्षण
जय मोती माता दर्शन महोत्सव मेलघाट प्रसिद्ध महोत्सव है. महोत्सव में अमरावती, मध्यप्रदेश तथा मेलघाट के श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है. महोत्सव के उपलक्ष्य में लगनेवाले मेले का सभी को इंतजार रहता है. इस मेला का मुख्य आकर्षण सर्कस और झूला रहता है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बस सेवा उपलब्ध की जाती है. शांतिपूर्ण तरीके से उत्सव मनाया जाता है.
मिठाई का विशेष महत्व
जय मोती माता दर्शन महोत्सव में मिठाई का विशेष महत्व होता है. मंदिर में दूरदराज से श्रद्धालु अपनी मन्नत पूरी करने आते है. तथा कई श्रद्धालू बच्चे की मिठाई तोलादान करते है. माता को भी मिठाई का प्रसाद अर्पित किया जाता है.

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