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मोटरसाइकिल चोर को गांववासियों ने बेतहाशा पीटा

18 दिन पहले चुराई बाइक लेकर मूल मालिक के घर के सामने ही गया

* धारणी पुलिस ने चोर के साथ 57 हजार की मोटरसाइकिल बरामद की
धारणी/ दि. 9- धारणी के सेंट्रल बैंक के पीछे अपनी मोटरसाइकिल खडा कर सुधीर धांडे सातपुडा अस्पताल में इलाज के लिए गए. वहां से 18 दिन पूर्व अज्ञात आरोपी मोटरसाइकिल चुराकर भाग गया. परंतु चोर चिरंजीलाल मावसकर की बदकिस्मती की वह अपने परिचित व्यक्ति को उसी चोरी की मोटरसाइकिल से छोडने के लिए मोटरसाइकिल के मूल मालिक धांडे के घर के सामने मोगरदा गया. फिर क्या था? अपनी मोटरसाइकिल पहचानते ही धांडे और आसपडोस के लोगों ने मावसकर की जमकर खैर खबर ली. इसके बाद पुलिस के हवाले किया. पुलिस ने 57 हजार 500 रुपए कीमत की मोटरसाइकिल बरामद करने के साथ ही आरोपी चिरंजीलाल मावसकर को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरु की है.
चिरंजीलाल बाटू मावसकर (आवलिया, तहसील हरसुल, जिला खंडवा, मध्यप्रदेश) यह गिरफ्तार किये गए मोटरसाइकिल चोर का नाम है. शिकायतकर्ता सुधीर छोटेलाल धांडे (मोगरदा, तहसील धारणी) ने धारणी पुलिस थाने में दी शिकायत के अनुसार 22 जुलाई को उनकी तबीयत ठिक न होने के कारण धांडे उनकी शाइन मोटरसाइकिल क्रमांक एमएच 27/बीयू-5591 से धारणी शहर गए. उन्होंने धारणी के सेंट्रल बैंक के पीछे अपनी मोटरसाइकिल खडी करी और इसके बाद सातपुडा अस्पताल में इलाज कराने के लिए चले गए. इलाज कराने के बाद वे वापस लौटे तब उन्हें अपनी मोटरसाइकिल दिखाई नहीं दी. सभी ओर खोज करने के बाद भी पता नहीं चला. तब धारणी पुलिस थाने में उन्होंने शिकायत दी. जिसके आधार पर अज्ञात चोर के खिलाफ दफा 379 के तहत अपराध दर्ज कर चोर की तलाश शुरु की.
इस बीच पुलिस को मोटरसाइकिल चोर की तलाश थी. मराठी भाषा में एक पुरानी मुहावरा है कि, ‘किस्मत करे जोर तो कोदो निंदे चोर’ यह मुहावरा मोटरसाइकिल चोर के साथ चरितार्थ हुआ. आरोपी चिरंजीलाल मावसकर किसी काम से धारणी की ओर आ रहा था. इस दौरान उसके एक परिचित ने उसे मोगरदा तक छोडने का आग्रह किया. चिरंजीलाल भी खुशी-खुशी उसे छोडने के लिए राजी हुआ. चिरंजीलाल ने चोरी की मोटरसाइकिल का उपर से रंगरुप तो बदल डाला था मगर मोटरसाइकिल क्रमांक वहीं था. चिरंजीलाल जिस व्यक्ति को छोडने के लिए आया, वह व्यक्ति मोटरसाइकिल के मालिक सुधीर धांडे के घर के पास पहुंचा. वहां सुधीर धांडे ने अपनी मोटरसाइकिल देखते ही पहचान लिया. फिर क्या था? सुधीर ने जैसे ही चिरंजीलाल को कहा कि, यह तो मेरी मोटरसाइकिल है और सेंट्रल बैंक के पीछे से चोरी हुई थी, तब चिरंजीलाल ने बडे सहज शब्दों कहा कि, मोटरसाइकिल तुम्हारी है तो तुम ले लो. इसके बाद जब सुधीर धांडे जोर-जोर से चिल्लाकर चिरंजीलाल को पीटने लगे. यह बात समझ में आते ही आसपडोस के लोगों ने चिरंजीलाल पर हाथ साफ कर लिया. जमकर धुनाई के बाद आरोपी को पुलिस के हवाले किया.

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