वंचित लाभार्थियों को न्याय दिलाने डीएचओ के कक्ष में ठिया आंदोलन
अल्टिमेटम के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं, सीईओ ने संबंधितों को दिए निर्देश
अमरावती/ दि. २३- जिले के २२९ गंभीर बीमारी के लाभार्थी उन्हें मिलने वाले लाभ से वंचित है. निधि उपलब्ध होने के बाद भी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.दिलीप रणमले की निष्क्रियता के कारण उन्हें वंचित रहना पड़ रहा है. इस संबंध में १७ नवंबर को पूर्व जिप सदस्य प्रवीण तायडे ने लाभार्थियों को लाभ मिलने के लिए स्वास्थ्य प्रशासन को अल्टिमेटम दिया था, बावजूद डीएचओ ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की. इसलिए मंगलवार को प्रवीण तायडे ने जिप के स्वास्थ्य कक्ष में कार्यकर्ताओं समेत ठिया आंदोलन किया. आखिरकार जिप के सीईओ अविश्यांत पंडा ने ध्यान केंद्रीत कर जल्द ही लाभार्थियों के खाते में राशि जमा करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए है. राज्य सरकार की ओर से गंभीर बीमारी जैसे की कैन्सर, हार्ट अटैक, किडनी के मरीजों को जिप द्वारा १० हजार रुपए की तत्काल सहायता दी जाती है. जिले के ५०० से अधिक मरीजों के आवेदन स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हुए है. इनमें से २२९ लाभार्थियों की सूची मंजूर हुई है. जिप प्रशासन के पास निधि शेष रहने के बाद भी जिला स्वास्थ्य अधिकारी व स्वास्थ्य कर्मचारियों की उदासिनता के कारण अनेक लाभार्थी लाभ से वंचित है. जिप के पूर्व सदस्य प्रवीण तायडे ने आक्रामक होकर स्वास्थ्य प्रशासन को अल्टिमेटम दिया था, परंतु कोई कार्रवाई नहीं होने से मंगलवार को आंदोलन किया. सीईओ के साथ हुई चर्चा दौरान सीईओ ने तुरंत निधि देने के निर्देश संबंधितों को दिए.
सीईओ ने किया ध्यान केंद्रीत
जिला परिषद प्रशासन के पास गंभीर बीमारी के लिए लाखों रुपए निधि शेष है. २२९ लाभार्थियों की सूची मंजूर होने के बाद भी उन्हें लाभ नहीं दिया गया. इसलिए आंदोलन करना पडा. सीईओ ने इस पर ध्यान केंद्रीत किया है. और लाभार्थियों के खाते में राशि जमा करने के निर्देश दिए है.
प्रवीण तायडे, पूर्व जि.प सदस्य
जल्द दी जाएगी सहायता
लाभार्थियों की सूची मंजूर होने के बाद भी फाईल स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में पड़ी थी. सीईओ के कक्ष में फाईल पहुंचाई नहीं गई. जिसके कारण इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी. पूर्व जिप सदस्य ने किए आंदोलन से यह मामला सामने आया. जल्द ही लाभार्थियों को सहायता दी जाएगी.
अविश्यांत पंडा, सीईओ.