अमरावती

किसान समन्वय समिति का आंदोलन 31 को

केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध

अमरावती /दि.26 किसानों के लिए मारक रहने वाले 3 कृषि कानून रद्द करने के लिए दिल्ली मेें एक वर्ष भर चले ऐतिहासिक आंदोलन का स्मरण व कृषि उपज को गारंटी दाम देने का आश्वासन पूर्ण नहीं होने पर किसान व खेत मजदूरों की विभिन्न संगठनाओं द्बारा 31 जुलाई को शहर के इर्विन चौराहें पर भव्य निषेध आंदोलन का नियोजन किया गया है. सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में यह निर्णय लिया गया.
नमूना गली स्थित भाकप कार्यालय में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक ली गई. बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर देश भर में निषेध प्रदर्शन किये जाएंगे. इसी श्रृंखला में अमरावती में भी 31 जुलाई की सुबह 11 बजे केंद्र सरकार की किसान व मजदूर विरोधी नीतियों का विरोध करने के लिए आंदोलन किया जाएंगा. 3 कृषि कानून रद्द करते वक्त कृषि उपज को समर्थन मूल्य बढाकर देने का आश्वासन सरकार ने दिया था. लेकिन अभी तक केंद्र सरकार ने इस आश्वासन की पूर्ती नहीं की. सरकार ने एमएसपी को लेकर वादाखिलाफी की है. यह आरोप किसान समन्वय समिति ने लगाया है. 31 जुलाई के आंदोलन में किसान व मजदूर बडी संख्या में उपस्थित रहेें, यह अपील भी की गई है. बैठक में किसान सभा के प्रदेश सचिव अशोक सोनारकर, जिलाध्यक्ष डॉ. ओमप्रकाश कुटेमाटे, सतिश चौधरी, महेश देशमुख, वसंत पाटील, किरण गुडधे समेत विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे.

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