अमरावती

सांसद और विधायक राणा कोर्ट में हुए पेश

50 स्वाभिमानी कार्यकर्ता भी थे साथ

* मामला राजापेठ फ्लॉयओवर पर शिवाजी महाराज की प्रतिमा
अमरावती/दि.28– राजापेठ के उडान पुल पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित करने, तिवसा में दिवाली के मुहाने पर क्षतिग्रस्त किसानों को मुआवाजा देने के लिए आंदोलन किए जाने और कोरोना लॉकडाउन में जरूरतमंद लोगों को भोजन और किराना वितरित किए जाने के मामले में विधायक रवि राणा, सांसद नवनीत राणा समेत युवा स्वाभिमान के 50 पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज किए गये पुलिस मामलों की अमरावती के कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है. बुधवार 27 सितंबर को विधायक रवि राणा, सांसद नवनीत राणा केसाथ 50 स्वाभिमानी कार्यकर्ताओं ने इस मामले में कोर्ट में अपनी हाजरी लगाई.
* तिवसा में किसानों के लिए आंदोलन पर 4 दिन की जेल काटी
राजापेठ उडान पुल पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित किए जाने के विरोध में राजापेठ थाने में राणा दंपत्ति व युवा स्वाभिमान के 50 पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के खिलाफ संगीन मामले दर्ज किए गये थे. इसी तरह तिवसा किसानों के हित में आंदोलन किया गया था. चक्काजाम के कारण विधायक राणा और 50 कार्यकर्ताओं को चार दिन जेल में गुजारने पडे थे. कोरोना महामारी दौरान जरूरतमंदों को भोजन तथा किराणा सामग्री का वितरण किया गया. इस पर भी तत्कालीन ठाकरे सरकार ने राणा दंपत्ति के विरूध्द अपराध दर्ज किया था.
* राजनीति के कारण केसेस
सांसद नवनीत राणा और विधायक राणा ने सभी आरोपों को कोर्ट में खारिज किया. उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व पालकमंत्री यशोमती ठाकुर और पूर्व सीपी आरती सिंह द्बारा बदले की भावना से उनके विरूध्द यह प्रकरण दर्ज किए गए. अतिरिक्त मुख्य न्याय दंडाधिकारी सागर पाटिल के न्यायालय में बुधवार को सुनवाई हुई. इस दौरान शैलेंद्र कस्तुरे, युवा स्वाभिमान पार्टी के अमरावती शहर अध्यक्ष संजय हिंगासपुरे, नितिन बोरेकर, अनूप अग्रवाल, सूरज मिश्रा, अजय बोबडे, सचिन भेंडे, पराग चिमोटे, अवि काले, नीलेश भेंडे, अश्विन उके, संदीप गुल्हाने, अनिल मिश्रा, पंकज बोबडे, के साथ लगभग 50 स्वाभिमानी कार्यकर्ता कोर्ट मेें उपस्थित थे. राणा दंपत्ति की ओर से एड. दीप मिश्रा और एड. चंद्रकांत गुलसुंदरे ने कोर्ट में बचाव पक्ष रखा.

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